Covishield Vaccine Booster Dose: ओमिक्रोन के आने के बाद से एक्सपर्ट्स बूस्टर शॉट्स पर और ज्यादा ध्यान दे रहे है। इसी बीच सभी वैक्सीन के मैन्युफैक्चरर अपनी अपनी वैक्सीन के बूस्टर डोज़ के बारे में स्टेटमेंट दे रहे हैं।
Covishield Vaccine Booster Dose: बूस्टर डोज़ को लेकर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
कोविशील्ड का भी यही कहना है कि इस्तेमाल से पहले क्लीनिकल ट्रायल जरुरी है। सब्जेक्ट एक्सपर्ट समिति ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया की एप्लीकेशन में भी यही पाया कि बूस्टर डोज़ देने से पहले इसका ट्रायल किया जाना चाहिए और उसके बाद ही इनका इस्तेमाल करना चाहिए।
इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टिया (INSACOG) के वीकली बुलेटिन में बूस्टर डोज की सिफारिश की गई थी, जो कोविड -19 की जीनोमिक वेरिएशंस की निगरानी के लिए सरकार द्वारा स्थापित नेशनल टेस्टिंग लैब्स का नेटवर्क है। INSACOG बुलेटिन में कहा गया है कि, “सभी शेष अनवैक्सिनेटेड जोखिम वाले लोगों का टीकाकरण और 40 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक पर विचार किया जा सकता है।"
इंडियन मेड़िकल एसोसिएशन ने कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के चलते बूस्टर शॉट्स की मांग की है। यह बूस्टर शॉट्स खास कर के उन लोगों के लिए ज़रूरी हैं जो रिस्क में रहते हैं जैसे कि हेल्थलाइन वर्कर्स।
बूस्टर डोज़ किस तरीके से दिए जाएंगे?
इन बूस्टर शॉट्स की मांग इंडियन मेड़िकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट JA जयलाल ने की है। यह बूस्टर शॉट्स वैक्सीन की तरह ही देना चाहिए। जैसे जब वैक्सीन आयी थी तब जनवरी 16, 2021 से यह सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को दी थी। इसके बाद जब दूसरा फेज चालू हुआ था यह भी सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को ही दी गयी थी ।
अभी इसको लेकर कोई भी बात नहीं की गयी है कि किस किसको बूस्टर शॉट्स की जरुरत पड़ सकती है । ये एक्स्ट्रा शॉट्स सिर्फ उन्हीं लोगों को दिए जायेंगे जो पूरे तरीके से वैक्सीनेटेड हैं। ये शॉट्स कोरोना के वैरिएंट को लेकर बहुत असरदार साबित हो सकते हैं और अभी इनको लेकर सिर्फ बात चल रही है। जैसे इंडिया में कोरोना के डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट ने आफत मचा राखी थी और अब ऐसा लग रहा है कि ओमिक्रोन आफत मचा सकता है।