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Dalit Girl Allegedly Forced To Sit Outside Exam Hall: तमिलनाडु के कोयंबटूर जिला से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है और इस बात की भी गवाही दी है कि कैसे जाति भेदभाव और पीरियड को लेकर स्टिग्मा आज भी समाज में मौजूद है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें 13 वर्षीय आठवीं क्लास की दलित लड़की को परीक्षा हॉल के बाहर सिर्फ इसलिए बिठाया गया क्योंकि उसके पीरियड्स चल रहे थे। वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़की परीक्षा हॉल के बाहर बैठकर एग्जाम लिख रही है। चलिए पूरी घटना के बारे में जानते हैं-
#Dalit Girl Allegedly Forced to Sit Outside Exam Hall for Menstruating in #TamilNadu School
— BNN Channel (@Bavazir_network) April 10, 2025
In a shocking case of alleged discrimination, a Class 8 Dalit student was reportedly made to sit outside her examination hall because she was menstruating. The incident occurred on… pic.twitter.com/AFsLMuq085
Viral Video: तमिलनाडु में मासिक धर्म के कारण दलित लड़की को परीक्षा हॉल के बाहर बैठने को किया मजबूर
यह मामला तमिलनाडु के कोयंबटूर जिला के हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल का है जहां पर दलित बच्ची को परीक्षा हॉल में बैठकर एग्जाम इसलिए नहीं देने दिया क्योंकि उसके पीरियड्स चल रहे थे। उसे परीक्षा हॉल के बाहर बैठने के लिए मजबूर किया गया। 5 अप्रैल को लड़की के पीरियड शुरू हुए थे। इसके बाद, छात्रा को 7 अप्रैल को विज्ञान और 9 अप्रैल को सोशल साइंस की परीक्षाएं सीढ़ियों पर बैठकर देनी पड़ीं। यह घटना सेंगुट्टईपलायम गांव के स्वामी चिद्भवंदा मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल में हुई।
मां ने बनाया वीडियो
कथित तौर पर यह बताया जा रहा है कि छात्रा की मां ने अपनी बेटी को कक्षा के बाहर बैठे देखकर इसका वीडियो बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसने व्यापक आक्रोश पैदा किया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी। वीडियो में लड़की एक महिला से बात करती हुई दिखाई दे रही है और यह माना जा रहा है कि वह महिला उसकी मां है। इसके साथ ही वीडियो में छात्रा बिना डेस्क की सीढ़ियों पर बैठकर परीक्षा दे रही है। बच्ची ने बताया कि प्रिंसिपल ने ही उसे यहां बैठकर एग्जाम देने के लिए बोला है।
वीडियो में क्या कहा?
कैमरे के पीछे कथित तौर पर लड़की की माँ ने कहा, "अगर किसी को मासिक धर्म होता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि वह कक्षा के अंदर बैठकर अपनी परीक्षा नहीं दे सकती? क्या उन्हें सड़क पर बैठकर परीक्षा देनी चाहिए?"
स्कूल की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि मां ने ही सेपरेट अरेंजमेंट की बात कही थी लेकिन मां का कहना है कि उन्होंने केवल अपनी बेटी के लिए अलग व्यवस्था की मांग की थी, न कि उसे बाहर बैठाने की।
प्रिंसिपल को किया सस्पेंड
NDTV के अनुसार, एक अधिकारी ने बताया "निजी स्कूल शिक्षा निदेशक डॉ. एम. पलानीसामी मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।" इसके साथ ही घटना की जांच के बाद तमिलनाडु स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है।