/hindi/media/media_files/2025/01/28/KdzHWxNQsISFjoh22iQQ.png)
Image Credit: Rana Ayyub/Aljazeera
Delhi Court Orders FIR Against Rana Ayyub for Insulting Hindu Deities: पत्रकार राणा अय्यूब के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत ने अपमानजनक पोस्ट करने के लिए एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। उनके उपर वकील ने मामला दर्ज करवाया था जिस पर कोर्ट ने फैसला सुनाया है। राणा के उपर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। इस केस में मुख्य न्यायायक हिमांशु रमन सिंह ने फैसला सुनाया जिसमें उन्होंने वकील की याचिका पर FIR दर्ज और मामले की जांच का आदेश दिया। जानिए पूरा मामाला क्या है।
जानिए Rana Ayub का हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का पूरा मामला क्या है
जानिए पूरा मामला
दिल्ली कोर्ट ने श्रीमती अमिता सचदेवा बनाम राज्य (एनसीटी दिल्ली) और अन्य मामले पर एक वकील की शिकायत पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया। इसमें यह आरोप लगाया गया है कि 2016 और 2017 के बीच सोशल मीडिया पर कथित तौर पर अपमानजनक पोस्ट किया गया। इन पोस्ट पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने, भारत विरोधी भावना फैलाने और धार्मिक विद्वेष भड़काने का आरोप लगाया गया था।
आपको बता दें यह शिकायत 11 नवंबर को अमिता सचदेवा ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कराई थी जो पेशे से वकील हैं। उन्होंने यह अनुरोध किया कि राणा की सोशल मीडिया पोस्ट के लिए उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
IPC की विभिन्न धाराएं तहत अपराध
अदालत ने पाया कि प्रथम दृष्टया, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं, विशेष रूप से धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के इरादे से जानबूझकर किए गए कार्य) और 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान) के तहत संज्ञेय अपराध बनते हैं। अदालत ने दिल्ली पुलिस को मामले की निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया। इस आदेश के बाद मामले को अनुपालन रिपोर्ट के लिए निर्धारित किया गया था।
कौन हैं राणा अय्यूब?
राणा अय्यूब भारतीय पत्रकार हैं। उन्होंने गुजरात फाइल्स: एनाटॉमी ऑफ़ ए कवर अप किताब लिखी। उनका जन्म 1 मई 1984 को बॉम्बे, महाराष्ट्र में हुआ। राणा ने तहलका मैग्जीन में इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट हैं। सितंबर 2019 में,अय्यूब को वाशिंगटन पोस्ट में वैश्विक ओपिनियन राइटर के रूप में नामित किया था। उन्होंने कई अवार्ड भी जीते हैं। उन्होंने अमेरिका के जर्नलिस्ट डेक्सटर प्राइस फिल्किंस के साथ कश्मीर में कवरेज की थी। फरवरी 2022 में, उनके उपर ईडी की जांच शुरू हुई। उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ था।