Drishti IAS Ban: क्या है डॉ विकास दिव्यकृति की स्टेटमेंट का पूरा सच?

दृष्टि आईएएस के मालिक और निदेशक डॉ विकास दिव्यकृति की एक वीडियो पर विवाद छिड़ गया उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी क्लास में माता सीता का अपमान किया है। जिस कारन सोशल मीडिया पर उनके कोचिंग इंस्टीट्यूट दृष्टि आईएएस पर बैन लगाने की मांग की जा रही है।

Rajveer Kaur
12 Nov 2022
Drishti IAS Ban: क्या है डॉ विकास दिव्यकृति की  स्टेटमेंट का पूरा सच?

Drishti IAS Ban

दृष्टि आईएएस के मालिक और निदेशक डॉ विकास दिव्यकृति की एक वीडियो पर विवाद छिड़ गया जब सोशल मीडिया पर उनकी एक वीडियो जिसमे वे कह रहे हैं,  रामायण में युद्ध के बाद, भगवान राम ने सीता से कहा कि उन्होंने सीता के लिए रावण के साथ युद्ध नहीं किया क्योंकि सीता कुत्ते द्वारा चाटे गए घी की तरह हैं और 'उनके  लिए योग्य नहीं' वायरल हो गई। बता दे, डॉ विकास दिव्यकीर्ति देश के लोकप्रिय  टीचर्स में से एक है जो आईएएस उम्मीदवारों के लिए ट्यूशन प्रदान करते हैं। अब उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी क्लास में माता सीता का अपमान किया है। जिस कारन सोशल मीडिया पर उनके  कोचिंग इंस्टीट्यूट दृष्टि आईएएस पर बैन लगाने की मांग की जा रही है।

Drishti IAS Ban: क्या है डॉ विकास दिव्यकृति की  स्टेटमेंट का पूरा सच?

बता दे जो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है दरअसल, आरएसएस नेता साध्वी प्राची ने #BanDrishtiIAS के साथ विकास दिव्यकीर्ति ने शेयर किया।  साध्वी प्राची जैसे हिंदुत्व नेताओं के ट्विटर अभियान को बल मिला और वीडियो वायरल हो गई। इनका कहना है इससे सनातन धरम के लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंचा हैं। 

जब पूरा वीडियो सामने आया उसमें विकास सर को कह रहे हैं "हिंदी फिल्मों में, "जब नायक और नायिका अंत में मिलते हैं, वे दौड़ते हुए आते हैं। इधर, सीता खुश थीं कि राम ने रावण को हराया और अब वे इतने दिनों के बाद घर जा रही हैं। राम समझ गए कि सीता बहुत खुश हैं और उन्हें रोका। उन्होंने कहा 'रुको सीते ' और फिर उन्होंने कुछ ऐसा कहा जो मुझे यह कहते हुए बहुत बुरा लगता है। मेरी जुबान गिर जाएगी अगर मैं उन शब्दों को कहूं। लेकिन मुझे कहना होगा। क्या करें। फिर उन्होंने कहा, "राम ने सीता से कहा कि वह सीता के लिए युद्ध नहीं लड़े। उन्होंने वंश के लिए युद्ध लड़ा। चूंकि कुत्ते द्वारा चाटे जाने के बाद घी खाने के लिए अनुपयुक्त हो जाता है, अब आप मेरे लिए पात्र नहीं हैं।"

अब ट्विटर पर #ISupportDrishtiIAS ट्रेंडिंग जा रहा है। लोग उनके पक्ष में ट्वीट कर रहे हैं। एक यूजर ने सपोर्ट में ट्वीट करते हुए लिखा, #ISupportDrishtiIAS  विकास दिव्यकीर्ति ने कहा "जो एक कवि ने लिखा है", यह उनकी (विकास) विचारधारा नहीं है, एक आईएएस होने के लिए आपको उस विशिष्ट विषय से संबंधित लगभग सभी परिप्रेक्ष्य और पुस्तक से गुजरना होगा और उस पर चर्चा करनी होगी। गवार ट्रेंडिंग #BanDrishtiIAS  इसे कभी नहीं समझ पाएगा 

हंसराज मीना ने ट्वीट किया, "विकास दिव्य कीर्ति जैसे अध्यापक सिर्फ पढ़ाते और आईएएस ही नहीं बनाते बल्कि वे एक समझदार इंसान भी बनाते है। पाखंड के खिलाफ वैज्ञानिक विचारों सिद्धांतों से समाज को जगाने समझाने का प्रयास कर रहे ऐसे हर जाति धर्म के लोग हमारे अपने है। ऐसे संघर्ष में हम उनके साथ है। #ISupportDrishtiIAS 

कौन है डॉ विकास दिव्यकीर्ति?

डॉ विकास दिव्यकीर्ति का जन्म हरियाणा  में 26 दिसंबर 1973 को हुआ। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से BA किया। इसके बाद उन्होंने हिंदी में एमए, एमफिल और फिर पीएचडी की। इसके साथ उन्होंने DU और भारतीय विद्या भवन से अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी हासिल की।

उन्होंने 1996 में अपने पहले ही एटेम्पट में UPSC एग्जाम पास कर लिया और  वह IAS ऑफिसर बन गए। इसके बाद उनकी पोस्टिंग ग्रह मंत्रालय में हुई लेकिन उनकी मंजिल कुछ और थी। 1999 में डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने  दिल्ली में दृष्टि IAS कोचिंग इंस्टीट्यूट का सेटअप जो आज लाखों बच्चो की उम्मीद हैं। 


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