National Voters' Day 2023:आज पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है भारतीय मतदाता दिवस। 25 जनवरी 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल की उपस्थिति से राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत हुई कि भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को मतदाता दिवस मनाना चाहिए। क्योंकि एक मतदाता ही होता है जो सशक्त नेता चुनता है ऐसे में उसकी उपयोगिता और सम्मान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस की घोषणा हुई।
कब हुई राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत
भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना 1950 के दौरान हुई थी और साल 2011 भारत नर्वाचन आयोग के लिए 61वां स्थापना वर्ष था। भारत निर्वाचन आयोग के लिए आज का दिन 13वां मतदाता दिवस है। मतदाता दिवस का मुख्य उद्देश्य न केवल मतदाताओं का सम्मान है बल्कि आने वाले मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक कराना, उसका महत्व प्रदर्शित करना है। एक मतदाता के रूप में महिलाओं को मतदान में अवश्य भागीदारी करनी चाहिए। बता दें, भारत में 18 वर्ष पूरे करते ही एक भारतीय नागरिक मतदान के योग्य हो जाता है। उसके पास मतदान करने से जुड़े समस्त अधिकार आ जाते हैं। यानि के वो योग्य हो जाता है कि वह अपने लिए, अपने के लिए कैसा भावी नेता चुने।
18 वर्ष पूरा होते ही एक नागरिक को मतदाता सूची में नाम दर्ज करान देना होता है। ये न सिर्फ़ उसके नागरिक होने की पहचान दिलाता है बल्कि कई तरह से आगे काम आता है। इसके साथ ही जो लोग पहले से मतदाता है उनको समय-समय पर मतदाता सूची में अपना नाम चैक करते रहना चाहिए। अगर किसी जानकारी में त्रुटि है तो संबंधित विभाग में जाकर या ऑनलाइन आवेदन के जरिए ठीक कराना चाहिए।
किसी भी लोकतंत्र के लिए यह ज़रूरी होता है कि उसका मतदाता जागरूक हो, निर्भीक हो, स्वयं निर्णय लेने की क्षमता वाला हो, उसका नेता कैसा हो इसका आभास रखने वाला हो, राष्ट्रहित में रुचि रखने वाला हो। किसी भी तरह की मददाता की तरफ़ से चूक राष्ट्रहित के लिए नुक़सान कर सकती है।
ईसीआई ने किया गीत लांच
हर वर्ष की तरह ही इस वर्ष 2023 में राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम है, 'वोट जैसा कुछ नहीं, वोट ज़रूर डालेंगे हम!' इसके साथ ही भारतीय निर्वाचन आयोग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल में एक गीत भी पोस्ट किया जिसे ईसीआई गीत का नाम दिया है। गीत का टाइटिल है—"मैं भारत हूँ-हम भारत के मतदाता हैं"। ईसीआई ने अपने ट्विटर हैंडल में गीत को पोस्ट करते हुए लिखा है कि यह गीत भारतीय लोकतंत्र का एक चित्रण है जो वोट की शक्ति से एकीकृत है। गीत को सुभाष घाई फ़ॉउंडेशन और भारतीय निर्वाचन आयोग ने मिलकर प्रोड्यूस किया है, जिसके बोल और संगीत सुभाष घाई ने दिए हैं। गीत में सिंगर्स के रूप में अल्का यागनिक, सुखविंदर सिंह, जावेद अली, राशिद ख़ान और मीका सिंह जैसे फ़िल्म उद्योग से जुड़े नामी हस्तियां हैं।