Emergency Covid-19 Vaccine Approval: इंडिया में दो डोज़ के बाद अब बूस्टर डोज़ को लेकर लगातार तेज़ी की जा रही है। इसके लिए हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मंडाविया ने बताया कि हमारे पास तीन ऑप्शन हैं दो वैक्सीन कोवोवैक्स और कोरबेवैक्स। इसके बाद एक खाने वाली गोली एंटीवायरल ड्रग मोलनुपिरविर। इन तीनों की मंजूरी को लेकर अभी बात चल रही है। कोवोवैक्स और कोरबेवैक्स वैक्सीन बूस्टर डोज़ की तरह ही दिए जाएंगे।
कोरोना के लिए कौन सी गोली तैयार की गयी है?
इसको अप्प्रूव करने के लाइट ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया को भेज दिया गया है। यह तीनों दवाइयां इंडिया के सीरम इंस्टिट्यूट में तैयार की गयी हैं। कोरोना की मोलनुपिरविर गोली उन यंग लोगों को दी जाएगी जो ज्यादा रिस्क की केटेगरी में है। यह दवाई दिन में दो बार 5 दिन के लिए ली जाती है। यह वो लोग लेते हैं जो घर पर हैं और जिनको हलके या थोड़े ज्यादा कोरोना के लक्षण हैं। इसे भर्ती होने के और मरने के चान्सेस 30 % कम हो जाते हैं।
मोलनुपिरविर गोली को कम मात्रा में सभी को दिया जाएगा। यह खास कर के उन लोगों के लिए होगी जिनका ऑक्सीजन लेवल 93 से कम हो रहा हो।
बच्चों को कोविड-19 के लिए क्या वैक्सीन दी जाएगी?
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा था, कि 15-18 ऐज ग्रुप के बच्चों को 3 जनवरी से कोविड के टीके का पहला दौर मिल सकता है। प्रधान मंत्री, जिन्होंने फ्रंटलाइन और हेल्थ वर्कर्स के साथ-साथ 60 से अधिक लोगों के लिए “प्रीकॉशन्स” या बूस्टर शॉट्स की घोषणा की, और कहा, कि बच्चों को वैक्सीनेशन कुछ अन्य देशों ने पहले ही किया है। यह स्कूलों और छात्रों को सामान्य स्थिति में लौटने में मदद करेगा।
भारत में बच्चों को दो शॉट्स में से एक के साथ टीका लगाया जाएगा – या तो भारत बायोटेक की डबल-डोज़ कोवैक्सिन या ज़ायडस कैडिला की तीन-डोज़ ZyCoV-D, दोनों को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए मंजूरी दे दी गई है।