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Representative Photograph: (Netflix)
साइंस अब उस क्षेत्र में कदम रख रही है जिसे कभी असंभव माना जाता था। एक ऐसा ह्यूमनॉइड रोबोट जो मानव बच्चे को गर्भ धारण कर सके और जन्म दे सके। The Telegraph के अनुसार, चीनी टेक कंपनी Kaiwa Technology, जिसका नेतृत्व Dr. Zhang Qifeng कर रहे हैं, एक ऐसा प्रोटोटाइप बना रही है जो कृत्रिम गर्भाशय में पूरे गर्भावस्था की प्रक्रिया को दिखा सके। इस रोबोट के 2026 तक दिखाने के लिए तैयार होने की उम्मीद है और इसकी कीमत लगभग ₹12 लाख ($14,000) हो सकती है।
चीनी विज्ञानियों का दावा: ह्यूमनॉइड रोबोट जल्द ही दे सकते हैं जिंदा बच्चों को जन्म
यह पारंपरिक इन्क्यूबेटर या रोबोटिक सरोगेट से अलग है। इस ह्यूमनॉइड में सीधे इसके शरीर में कृत्रिम गर्भाशय बनाया गया है। इसके अंदर एक द्रव (अम्नियोटिक फ्लूड) भरा कक्ष है, जो बच्चे के विकास के लिए सुरक्षित माहौल देता है। पोषण देने की प्रणाली मानव प्लेसेंटा की तरह काम करती है। सेंसर भ्रूण के विकास को मापते हैं और प्राकृतिक वृद्धि के अनुसार परिस्थितियाँ बदलते हैं। हालांकि यह प्रणाली प्रयोगशाला में उन्नत है, Dr. Zhang ने निषेचन, प्रत्यारोपण या जन्म की प्रक्रिया के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी है।
🚨#BREAKING: Chinese scientists are developing the world’s first pregnancy humanoid robot that is capable of giving birth to human babies using an artificial womb. The project is expected to launch by 2026, with an estimated price of around $13,900. pic.twitter.com/sgHhLT8bc5
— R A W S A L E R T S (@rawsalerts) August 17, 2025
महिलाओं के लिए संभावित फायदे
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे रोबोट गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होने वाले शारीरिक जोखिम जैसे हाई ब्लड प्रेशर, गर्भकालीन डायबिटीज या समय से पहले प्रसव को कम कर सकते हैं। यह महिलाओं को करियर, पढ़ाई या अन्य जीवन फैसलों को गर्भधारण की सीमाओं के बिना आगे बढ़ाने का मौका भी दे सकता है। बांझपन से जूझ रही महिलाओं के लिए यह नया विकल्प भी पेश कर सकता है।
हालांकि, आलोचक कहते हैं कि यह तकनीक मातृत्व को पूरी तरह बदल सकती है। यदि गर्भावस्था पूरी तरह मशीन में होती है, तो बच्चे को अपने भीतर पालने का भावनात्मक और मानसिक अनुभव गायब हो सकता है। माता-पिता के साथ जुड़ाव, पहचान और समाज में उनके स्थान को लेकर सवाल अब जरूरी बहस का विषय बन रहे हैं।
दुनिया भर में स्थिति
चीनी वैज्ञानिक अकेले नहीं हैं जो कृत्रिम गर्भाशय पर काम कर रहे हैं। जापान और यूरोप में शोधकर्ता समय से पहले जन्मे बच्चों को बचाने के लिए तरल-आधारित वातावरण बना रहे हैं, जबकि अमेरिका में अस्पतालों ने भेड़ के भ्रूण को गर्भाशय के बाहर लंबे समय तक जीवित रखा है। Kaiwa Technology का प्रोजेक्ट खास इसलिए है क्योंकि यह इन सिस्टम को ह्यूमनॉइड रोबोट में जोड़ने की कोशिश कर रहा है, जो गर्भावस्था के दौरान इंसानों के साथ बातचीत कर सके।
नियम और नैतिक बातें
Dr. Zhang की टीम Guangdong प्रांत की अधिकारियों के साथ मिलकर इस तकनीक के नियम और नैतिक पहलुओं पर काम कर रही है। कंपनी जानती है कि उनके काम का समाज पर क्या असर हो सकता है। शुरुआत में चर्चा सुरक्षा, माता-पिता के अधिकार और इस तकनीक से जन्मे बच्चों की लंबी निगरानी पर हो रही है।
नैतिकता पर सवाल
ह्यूमनॉइड-समर्थित गर्भधारण की संभावना गंभीर नैतिक सवाल खड़े करती है। क्या जन्म एक व्यावसायिक प्रक्रिया बन जाएगा? क्या इस तकनीक तक पहुँच सामाजिक असमानताएँ बढ़ा देगी, केवल उन लोगों को प्रजनन लाभ देगी जो इसे खरीद सकते हैं?
विशेषज्ञों की बहस
विशेषज्ञ यह भी सवाल उठाते हैं कि क्या चिकित्सा प्रगति में गर्भावस्था के मानव अनुभव के बजाय सुविधा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। साथ ही यह भी चर्चा का विषय है कि इस नए क्षेत्र को नियंत्रित करने में माता-पिता, वैज्ञानिकों और सरकारों की क्या जिम्मेदारियाँ होंगी।