Covid Vaccine For Pregnant Women: उत्तराखंड सरकार ने सभी प्रेग्नंट महिलाओं को तुर्रंत कोरोना वैक्सीन लेने को कहा है। यह फैसला जब सामने आया जब देखा गया कि ज्यादातर अस्पताल में भर्ती होने पर गर्ववती महिलाओं को वैक्सीन नहीं लगी थी। ऐसा पिछले कई महीनो से नोटिस किया जा रहा था।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए क्यों है वैक्सीन जरुरी?
उत्तराखंड में सभी जगह गर्ववती महिलाओं को वैक्सीन देने के लिए कैंपेन चलाया जा रहा है। इसको लेकर सोशल मीडिया और रेडियो पर भी कहा जा रहा है। जिन महिलाओं को पहला डोज़ लग गया है वो दूसरा डोज़ लें और जिस को दूसरा भी लग गया है वो बूस्टर डोज़ लें। ज्यादातर उन्हीं महिलाओं को अस्पताल में देखा गया है जो कि प्रेग्नेंट हैं और वैक्सीन नहीं ली है।
महिलाओं के ऊपर कोरोना वैक्सीन का क्या असर होगा इसको लेकर अक्सर परिवार वाले परेशान होते हैं इसी तरह वैक्सीन डिलीवरी के बाद लेने का मन बना लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है महिलाओं के लिए कोरोना वैक्सीन एकदम सुरक्षित है यह बहुत समय पहले ही सरकार द्वारा क्लियर कर दिया गया है।
प्रेगनेंसी में वैक्सीन कैसे करती है बच्चे की रक्षा?
गर्भावस्था के दौरान टीकाकरण भी बच्चे की रक्षा कर सकता है। स्टडी में माँ के दूध और कॉर्ड/गर्भनाल के ब्लड में एंटीबॉडी पाया गया है। जो जन्म से पहले और बाद में शिशुओं के लिए अस्थायी सुरक्षा (निष्क्रिय प्रतिरक्षा) का सुझाव देता है। यह इन्फ्लूएंजा और काली खांसी के टीके के समान है जो गर्भावस्था के दौरान पीपीआई की रक्षा के लिए दिया जाता है।
COVID-19 वैक्सीन प्राप्त करने वाली स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा चिंता नहीं है, और गर्भवती होने की कोशिश करने वाली महिलाओं को टीकाकरण में देरी करने या टीकाकरण के बाद गर्भवती होने से बचने की आवश्यकता नहीं है।
डाटा के मुताबित सिर्फ 23% प्रेग्नेंट महिलाएं ही वैक्सीन लगवाती हैं इस सेफ्टी के असर को जानने के बावजूद भी। ऐसा एक रिसर्च के कारण हुआ है जिस में बताया गया ही जो प्रेग्नेंट महिलाओं होती हैं उनकों कोरोना का खतरा आम लोगों से ज्यादा होता है। इसके अलावा जिन प्रेग्नेंट महिलाओं ने वैक्सीन ली थी प्रेगनेंसी के वक़्त उन में कोई भी नेगेटिव इफ़ेक्ट नहीं देखे गए हैं।