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पत्रकार ने डटकर काम किया है। जिस तरह डॉक्टर, पुलिस 24 घण्टे लगे हुए हैं उसी तरह पत्रकारों ने भी घर बैठे सभी को न्यूज़ पहुचायी है। इसलिए आप सब का जरुरी है कि आप अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें। कोरोना कि दूसरी लहर बहुत खतरनाक है कई लोग इसके चलते अपने करीबी लोग खो चुके हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी पत्रकारों को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता घोषित किया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि फैसले से 6,944 पत्रकारों को लाभ होगा। गोपाबंधु संभादिका स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आने वाले पत्रकारों को 2-2 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। काम करने के दौरान COVID-19 से मरने वाले पत्रकारों के परिजनों को 15 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री-चुनाव एमके स्टालिन ने घोषणा की कि तमिलनाडु में पत्रकारों को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता माना जाएगा। पत्रकार फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाने वाली रियायतों के लिए पात्र होंगे, जैसे कि प्राथमिकता COVID-19 टीकाकरण।
पत्रकारों को फ्रंटलाइन योद्धा घोषित करके, राज्यों को COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए प्राथमिकता के साथ पत्रकारों को प्रदान किया जाएगा।इस अप्रैल 2021 में 28 दिनों के अंदर 52 पत्रकार मर चुके हैं। बीबीसी कोरेस्पोंडेंट के मुताबित एक हफ्ते में 45 पत्रकार अपनी जान गवा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश ने COVID-19 से मरने वाले 13 पत्रकार हैं। रेट ऑफ़ डिबेट के फाउंडर ने कहा कि वो बहुत से पत्रकारों की मौत वेरीफाई नहीं कर पाए हैं। लिस्ट में सिर्फ 70 नाम हैं पर रियल मैं 150 से भी ज्यादा लोग मर चुके हैं। इस मुश्किल के वक़्त में सभी पत्रकार ने डटकर काम किया है। जिस तरह डॉक्टर, पुलिस 24 घण्टे लगे हुए हैं उसी तरह पत्रकारों ने भी घर बैठे सभी को न्यूज़ पहुचायी है।
इसलिए आप सब का जरुरी है कि आप अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें। कोरोना कि दूसरी लहर बहुत खतरनाक है कई लोग इसके चलते अपने करीबी लोग खो चुके हैं। बीमारी से न पैसे से बचा जा सकता है और न ही पॉवर से सिर्फ घर में रहकर और सुरक्षित होकर ही बचा जा सकता है। इसलिए खुद को और अपनों को बचा कर रखें और कितना भी जरुरी हो बहार न जाएं।
ओडिशा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी पत्रकारों को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता घोषित किया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि फैसले से 6,944 पत्रकारों को लाभ होगा। गोपाबंधु संभादिका स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आने वाले पत्रकारों को 2-2 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। काम करने के दौरान COVID-19 से मरने वाले पत्रकारों के परिजनों को 15 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
तमिलनाडु
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री-चुनाव एमके स्टालिन ने घोषणा की कि तमिलनाडु में पत्रकारों को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता माना जाएगा। पत्रकार फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाने वाली रियायतों के लिए पात्र होंगे, जैसे कि प्राथमिकता COVID-19 टीकाकरण।
मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड ने भी COVID-19 महामारी के दौरान पत्रकारों को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता घोषित किया था।
पत्रकारों को फ्रंटलाइन योद्धा घोषित करके, राज्यों को COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए प्राथमिकता के साथ पत्रकारों को प्रदान किया जाएगा।इस अप्रैल 2021 में 28 दिनों के अंदर 52 पत्रकार मर चुके हैं। बीबीसी कोरेस्पोंडेंट के मुताबित एक हफ्ते में 45 पत्रकार अपनी जान गवा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश ने COVID-19 से मरने वाले 13 पत्रकार हैं। रेट ऑफ़ डिबेट के फाउंडर ने कहा कि वो बहुत से पत्रकारों की मौत वेरीफाई नहीं कर पाए हैं। लिस्ट में सिर्फ 70 नाम हैं पर रियल मैं 150 से भी ज्यादा लोग मर चुके हैं। इस मुश्किल के वक़्त में सभी पत्रकार ने डटकर काम किया है। जिस तरह डॉक्टर, पुलिस 24 घण्टे लगे हुए हैं उसी तरह पत्रकारों ने भी घर बैठे सभी को न्यूज़ पहुचायी है।
इसलिए आप सब का जरुरी है कि आप अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें। कोरोना कि दूसरी लहर बहुत खतरनाक है कई लोग इसके चलते अपने करीबी लोग खो चुके हैं। बीमारी से न पैसे से बचा जा सकता है और न ही पॉवर से सिर्फ घर में रहकर और सुरक्षित होकर ही बचा जा सकता है। इसलिए खुद को और अपनों को बचा कर रखें और कितना भी जरुरी हो बहार न जाएं।