पावर बैंक बना सज़ा की वजह? एयरपोर्ट पर महिला से ऐसा बर्ताव कि सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं

भारतीय महिला श्रुति चतुर्वेदी ने अमेरिका के एयरपोर्ट पर अपने साथ हुई इस डरावनी घटना को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। क्या वाकई इतनी सख्त जांच में इंसानियत की जगह नहीं बची? पूरी ख़बर पढ़ें-

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Rajveer Kaur
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Shruti Chaturvedi Detained at Airport in Shocking Experience

Photograph: (Financial Express)

Indian woman faces humiliation during security check at US airport: अमेरिका के एंकरेज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक भारतीय महिला यात्री के साथ ऐसा अनुभव हुआ जिसे उन्होंने अपने जीवन का सबसे बुरा बताया। यह घटना श्रुति चतुर्वेदी नामक उद्यमी के साथ घटी, जो एक ट्रांजिट फ्लाइट के दौरान एयरपोर्ट पर रुकी थीं। सुरक्षा जांच में उनके बैग में रखे एक पावर बैंक को संदिग्ध माना गया, जिसके बाद उन्हें आठ घंटे तक हिरासत में रखा गया।

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अमेरिकी एयरपोर्ट पर भारतीय महिला से 8 घंटे की पूछताछ, पावर बैंक बना वजह

कपड़े उतरवाए गए, पुरुष अधिकारी ने की तलाशी

श्रुति ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्हें एक ठंडे कमरे में ले जाया गया, जहां उनसे भारी गर्म कपड़े हटवाए गए। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि तलाशी लेने वाला एक पुरुष अधिकारी था। इस दौरान वहां कोई महिला अधिकारी मौजूद नहीं थी। उन्हें न तो वॉशरूम जाने की अनुमति दी गई और न ही किसी से संपर्क करने की। उनका मोबाइल फोन और वॉलेट भी जब्त कर लिया गया था।

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पूछताछ के चलते छूट गई फ्लाइट

पूरे घटनाक्रम में करीब आठ घंटे लग गए, जिससे उनकी अगली फ्लाइट भी छूट गई। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें लगातार बिना किसी स्पष्ट जानकारी के रुकने को कहा जाता रहा, जिससे वह मानसिक रूप से भी परेशान रहीं।

सोशल मीडिया पर साझा की पूरी घटना

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श्रुति चतुर्वेदी ने यह पूरी जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने लिखा कि यह उनका अब तक का सबसे डरावना और अपमानजनक अनुभव रहा है। इस पोस्ट के बाद कई लोगों ने उनकी पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी और सुरक्षा जांच की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए।

सवाल सिर्फ श्रुति का नहीं है...

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यह घटना सिर्फ एक महिला के साथ नहीं हुई यह उस सिस्टम का आइना है, जहां ‘संदेह’ के नाम पर इंसानियत को ताक पर रख दिया जाता है। क्या सुरक्षा जांच के नाम पर किसी की गरिमा भंग करना सही है? क्या बिना किसी महिला अधिकारी के शारीरिक जांच करना एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वीकार्य है?

श्रुति की आपबीती कोई एक बार की घटना नहीं है। यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या आज भी, 2025 में, एक महिला की गरिमा इतनी सस्ती है कि उसे एक पावर बैंक के लिए 8 घंटे तक अपमानित किया जा सकता है?

Shruti Chaturvedi