Karnataka Hijab Controversy: उडुपी डिस्ट्रिक्ट के कुंडापुर सरकारी PU कॉलेज में बच्चों को हिजाब पहनकर कॉलेज में आने की आने की परमिशन दी गयी। काफी समय से कॉलेज के बच्चे यूनिफार्म की जगह कभी हिजाब में तो कभी भगवा शॉल पहनकर आ रहे थे।
कॉलेज ने बच्चों को हिजाब में एंट्री किस शर्त पर दी है?
आज 7 फरवरी को कॉलेज के बच्चों को क्लास में बैठने की अनुमति दी गयी और इन्हें कॉलेज के अंदर आने दिया। लेकिन कॉलेज ने इसको लेकर एक शर्त रखी और वो यह है कि इन बच्चों को लग क्लास में बैठाया गया। इससे पहले इनको कॉलेज में आने से मना कर दिया गया था। इन बच्चों के हिजाब में और भगवा शॉल में सभी जगह फोटोज़ वायरल हो रहे थे और न्यूज़ बन रही थी।
ऐसा कर्नाटक के 2 कॉलेज, 1 उडीपी के और एक बेलगावी के कॉलेज में हो चुका है। ऐसी परिस्तिथि होने वाला पांचवा सोल्लगे बिंदूर जो कि उडीपी में ही आता है बना। यहाँ 300 बच्चे कॉलेज के बाहर इक्कठे हो गए थे जिन्होंने भगवा शॉल पहन रखा था। इसके अलावा यहाँ कुछ मुस्लिम महिलाएं भी इक्कठी हुई थीं जिन्होंने हिजाब पहन रखा था।
सरकार ने इसको लेकर फैसला लिया था कि किसी भी कॉलेज में यूनिफार्म के अलावा कुछ और पहकर आने की अनुमति नहीं होगी। बेलगावी के सरकारी PU कॉलेज में 10 से 15 बच्चे भगवा शॉल पहनकर कॉलेज में आये थे। इसके बाद इनको पुलिस ने और स्टाफ ने रोका जिसके बाद यह आम तरीके से कॉलेज की क्लासेज में गए थे।
क्या है हिजाब कंट्रोवर्सी?
यह मामला सबसे पहले एक उडीपी डिस्ट्रिक्ट के एक सरकारी PU कॉलेज से शुरू हुआ था। यह एक गर्ल्स कॉलेज था और यहाँ की मुस्लिम लड़कियां अचानक से हिजाब पहकर कॉलेज आने लगी थी। कॉलेज के टीचर्स ने इसको लेकर कहा कि यह पहले नॉर्मली जैसे सब बच्चे यूनिफार्म पहनकर आते हैं वैसे ही आती थीं लेकिन अचानक से फिर हिजाब पहनकर आने लगी। इन लड़कियों का यह भी कहना है कि अगर कॉलेज में एडमिशन के वक़्त इन्हें बताया गया होता कि इनको हिजाब पहकर एंट्री नहीं दी जाएगी तो इन्होंने किसी और कॉलेज में एडमिशन लिया होता।