Kerala First Female Chief Secretary Sarada Muraleedharan: केरल में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी आईएएस अधिकारी पति ने अपनी पत्नी को मुख्य सचिव का पद सौंपा है। सारदा मुरलीधरन, जो पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव थीं, ने अब अपने पति वी. वेणु का स्थान लिया, जो 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हुए। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस अनोखी घटना का जिक्र किया और इसे राज्य के प्रशासनिक इतिहास में एक मील का पत्थर बताया।
सरदा मुरलीधरन बनीं केरल की पहली महिला मुख्य सचिव, पति वी. वेणु का स्थान लिया
मुरलीधरन-वेणु: एक IAS दंपति
मुख्य सचिव का पदभार संभालते हुए सारदा मुरलीधरन ने कहा कि अपने पति को अलविदा कहना थोड़ा अजीब महसूस हो रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों ने 34 साल तक साथ काम किया और कभी सोचा नहीं था कि वेणु उनसे पहले रिटायर हो जाएंगे। मुरलीधरन का कहना है कि वेणु सेवानिवृत्त हो गए हैं, लेकिन उन्हें आठ महीने और सेवा करनी है। दोनों की मुलाकात मसूरी में प्रशिक्षण के दौरान हुई थी, जहां से उनकी साथ की यात्रा शुरू हुई।
उनके दो बच्चे हैं- कल्याणी, जो एक समकालीन नर्तकी हैं, और सबरी, जो एक ग्राफिक डिजाइनर हैं। मुरलीधरन ने बताया कि जब 1994 में उनकी बेटी का जन्म हुआ था, तब वेणु ने बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारी संभाली, जो उस समय काफी असामान्य था।
करियर में नये आयाम
सारदा मुरलीधरन ने महिलाओं के सशक्तिकरण, गरीबी उन्मूलन और सामाजिक न्याय पर केंद्रित कई विकास योजनाओं का नेतृत्व किया है। उन्होंने केरल सरकार के कुडुम्बश्री मिशन का नेतृत्व किया और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने पंचायत राज मंत्रालय और राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) में भी उच्च पदों पर अपनी सेवाएं दीं।
सारदा मुरलीधरन का कार्यकाल अब मुख्य सचिव के रूप में एक नए दृष्टिकोण और लंबे समय तक चलने वाले समाधान लाने के वादे के साथ शुरू हुआ है।