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लेकिन डाइटिंग शुरू करने से पहले अपने शरीर में हो रही बाकी चीजों का भी ध्यान रखना चाहिए। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में काफी चेंजेस आने लगते हैं। आइए, बात करते हैं ऐसे ही एक चेंज PCOS के बारे में:-
PCOS, यानी कि पोलिसिसटिक ओवरी सिनड्रम- यह एक ऐसी स्थिति है जो जींस की वजह से, सेल्स का इंसुलिन ढंग से ना इस्तेमाल कर पाने की वजह से, या बॉडी में ज्यादा जलन महसूस होने की वजह से हो सकती है।
इसमें एक महिला के होर्मोंन लेवल पर असर पड़ता है। महिला के शरीर में ज़्यादा मेल हार्मोन पैदा होने लगते हैं। इस वजह से कई बार पीरियड्स नहीं आते और बॉडी की हेयर ग्रोथ बढ़ जाती है।
इस बारे में, जानते हैं कि रुजुता दिवेकर का क्या कहना है? भारत की लीडिंग न्यूट्रिशन व साइंस एक्सरसाइज़ एक्सपर्ट, एशियन इंस्टीच्यूट आफ गैस्टरोएनटोरोलौजी से 'न्यूट्रिशन अवाॅर्ड' पाने वालीं रुजुता दिवेकर एक लेखिका भी हैं व भारत में हेल्थ और वैलनैस के मामले में बोलने के लिए सबसे आगे भी हैं।
आइए जानते हैं कि सब के बारे में रुजुता दिवेकर का क्या कहना है:
"आजकल महिलाएं, चाहे वह PCOS का शिकार हों या नहीं, चॉकलेट, कैफ़ीन व कोला का बहुत इस्तेमाल करते हैं। उनका कहना यह होता है कि यह डार्क चॉकलेट है, नुकसान नहीं देगी, यह ब्लैक कॉफी है इससे कोई नुकसान नहीं होगा, यह ज़ीरो फैट वाली कोला है, इससे कुछ नहीं होगा, लेकिन - ऐसा कुछ नहीं है। अगर चॉकलेट, कॉफी व कोला आपके शरीर के लिए हार्मफुल है, तो डार्क चॉकलेट, ब्लैक कॉफी, व ज़ीरो फैट वाली कोला भी एक हद के बाद आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।"
तो अगली बार चॉकलेट की जगह डार्क चॉकलेट, कॉफी की जगह ब्लैक कॉफी, व कोला की जगह ज़ीरो फैट वाला कोला लेने से पहले यह चीजें हमारे शरीर पर क्या व कैसे हार्म करेंगे, इसके बारे में ज़रूर सोचिएगा।