New Update
नसीरुद्दीन शाह के जन्मदिन के अवसर पर आज वह ट्विटर पर छाए हुए हैं और इस मौके पर जानतें हैं कि रत्ना पाठक और नसीरूद्दीन शाह एक दूसरे से कैसे मिले और उनकी लव स्टोरी कैसे उनकी शादी तक उन्हें ले आई और आज भी उन्हें कैसे बॉलीवुड के सबसे अच्छे और लंबे समय तक साथ रहने वाले कपल के तौर पर देखा जा सकता है।
नसीरुद्दीन शाह रत्ना पाठक बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन जोड़ों में से एक माने जाते हैं। दोनों ही काफी टैलेंटेड और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इतने लंबे समय तक एक जोड़े के तौर पर प्यार की एक मिसाल रखते हैं।
नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक एक दूसरे से 1975 में मिले थे जहां पर वह एक थिएटर प्ले में एक साथ काम करते थे जिसका नाम था संभोग से सन्यास तक जिसे सत्यदेव दुबे ने डायरेक्ट किया था।
इसी थियेटर प्ले के दौरान वे एक दूसरे से मिले और धीरे-धीरे एक दूसरे को पसंद करने लगे जिसके बाद उन्होंने डेटिंग शुरू की और 7 साल रिलेशनशिप में रहने के बाद 1982 में शादी कर ली।
रूम की एक रिपोर्ट के अनुसार रत्ना पाठक बताती हैं," एक दिन वे दोनों दोस्त भी नहीं थे, अगले ही दिन एक दूसरे के साथ हैंग आउट करने लगे थे और साथ बाहर जाने एक थे।"
पर यह कहानी जितने सिंपल लगती है उतनी सिंपल है नहीं, नसीरुद्दीन शाह जब रत्ना पाठक से मिले थे तब उनकी पहले ही शादी हो चुकी थी और उनकी बेटी भी थी। नसीर रत्ना से 13 साल बड़े थे।
नसीर की शादी पाकिस्तानी महिला प्रवीण से पहले ही हो चुकी थी जिनके साथ उनकी एक बेटी भी थी। हालांकि किन्ही कारणों से उनका रिश्ता चल नहीं पाया और प्रवीण अपनी बेटी हीबा को लेकर भारत छोड़कर बाहर रहने चली गईं। उनके जाने के बाद भी नसीर और उनके डायवोर्स में काफी दिक्कतें आई जो 1985 तक चलीं और आखिर में जाकर उन दोनों के डायवोर्स के बाद नसीर ने रत्ना से शादी की।
रत्ना पाठक बताती हैं कि वे सब उनकी शादी के दिन उनकी मां के घर थे जहां पर उन्होंने पेपर्स पर दस्तखत किए थे और एक दूसरे के साथ समय बिताया था।
image courtesy : bollywoodshaadis
रत्ना पाठक और नसीरूद्दीन शाह की लव स्टोरी
नसीरुद्दीन शाह रत्ना पाठक बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन जोड़ों में से एक माने जाते हैं। दोनों ही काफी टैलेंटेड और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इतने लंबे समय तक एक जोड़े के तौर पर प्यार की एक मिसाल रखते हैं।
कैसे मिले नसीर और रत्ना?
नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक एक दूसरे से 1975 में मिले थे जहां पर वह एक थिएटर प्ले में एक साथ काम करते थे जिसका नाम था संभोग से सन्यास तक जिसे सत्यदेव दुबे ने डायरेक्ट किया था।
इसी थियेटर प्ले के दौरान वे एक दूसरे से मिले और धीरे-धीरे एक दूसरे को पसंद करने लगे जिसके बाद उन्होंने डेटिंग शुरू की और 7 साल रिलेशनशिप में रहने के बाद 1982 में शादी कर ली।
रूम की एक रिपोर्ट के अनुसार रत्ना पाठक बताती हैं," एक दिन वे दोनों दोस्त भी नहीं थे, अगले ही दिन एक दूसरे के साथ हैंग आउट करने लगे थे और साथ बाहर जाने एक थे।"
लव स्टोरी में आया ट्विस्ट
पर यह कहानी जितने सिंपल लगती है उतनी सिंपल है नहीं, नसीरुद्दीन शाह जब रत्ना पाठक से मिले थे तब उनकी पहले ही शादी हो चुकी थी और उनकी बेटी भी थी। नसीर रत्ना से 13 साल बड़े थे।
नसीर की शादी पाकिस्तानी महिला प्रवीण से पहले ही हो चुकी थी जिनके साथ उनकी एक बेटी भी थी। हालांकि किन्ही कारणों से उनका रिश्ता चल नहीं पाया और प्रवीण अपनी बेटी हीबा को लेकर भारत छोड़कर बाहर रहने चली गईं। उनके जाने के बाद भी नसीर और उनके डायवोर्स में काफी दिक्कतें आई जो 1985 तक चलीं और आखिर में जाकर उन दोनों के डायवोर्स के बाद नसीर ने रत्ना से शादी की।
रत्ना पाठक बताती हैं कि वे सब उनकी शादी के दिन उनकी मां के घर थे जहां पर उन्होंने पेपर्स पर दस्तखत किए थे और एक दूसरे के साथ समय बिताया था।
image courtesy : bollywoodshaadis