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Image Credit: Wikipedia & ANI
Meet Dulari Devi Who Designed Nirmala Sitharaman's Budget Day Saree: आज यानी 1 फ़रवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना लगातर आठवां बजट पेश कर रही हैं। यह बजट सुबह 11:00 बजे पेश किया गया। इस बजट सेशन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की साड़ी बहुत सुर्खियां बटोर रही है क्योंकि आज उन्होेंने ऑफ-व्हाइट मधुबनी कला साड़ी पहनी है। यह साड़ी पद्म पुरस्कार विजेता दुलारी देवी के कौशल को श्रद्धांजलि है। दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को साड़ी भेंट की और बजट के दिन इसे पहनने के लिए कहा। चलिए उनके बारे में जानते हैं-
#UnionBudget2025 | Union Finance Minister Nirmala Sitharaman is wearing a saree as a tribute to Madhubani Art and the skill of Padma awardee Dulari Devi.
— ANI (@ANI) February 1, 2025
Dulari Devi is a 2021 Padma Shri awardee. When FM visited Madhubani for a credit outreach activity at Mithila Art Institute,… pic.twitter.com/Q9ur6abaNt
मिलिए मधुबनी कलाकार दुलारी देवी से जिन्होंने निर्मला सीतारमण को साड़ी भेंट की
कब दी थी साड़ी?
दुलारी देवी 2021 की पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं। उनका संबंध बिहार से है। उनकी वित्त मंत्री से मुलाकात मिथिला कला संस्थान में हुई थी। वित्त मंत्री क्रेडिट आउटरीच गतिविधि के लिए मधुबनी गईं थीं। इस दौरान बिहार में मधुबनी कला पर दोनों में सौहार्दपूर्ण विचार-विमर्श हुआ। दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को साड़ी भेंट की और बजट के दिन इसे पहनने के लिए कहा। आज बजट के दिन निर्मला सीतारमण ने इसे पहना भी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मधुबनी कला और पद्म पुरस्कार विजेता दुलारी देवी के कौशल को श्रद्धांजलि देने के लिए साड़ी पहन रही हैं।
कौन हैं दुलारी देवी?
दुलार देवी एक भारतीय कलाकार हैं, जो मिथिला या मधुबनी कला परंपरा में अपने काम के लिए जानी जाती हैं। यह बिहार की एक लोक कला है। उनकी जर्नी प्रेरणा से कम नहीं है। उनके इस सफर की शुरुआत तब हुई जब वह प्रसिद्ध मधुबनी कलाकार कर्पूरी देवी के घर में हेल्पर के रूप में काम करती थीं।
उनके बैकग्राउंड के बारे में जानें
दुलारी देवी का जन्म बिहार के मधुबनी जिले के रांटी गाँव में हुआ था। उनका संबंध मल्लाह समुदाय से हैं। यह लोग पारंपरिक रूप से मछली पकड़ने की गतिविधियों में शामिल हैं। यह समुदाय ज्यादातर इस तरीके की कला में शामिल नहीं होता है। उनकी शादी 13 साल की उम्र में हो गई थी, लेकिन 16 साल की उम्र में उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया और उन्होंने अपना बच्चा भी खो दिया
उनकी प्राप्तियां के बारे में जानें
उनके काम में अक्सर पारंपरिक रूपांकनों के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों, महिलाओं के सशक्तिकरण और समकालीन जीवन के विषयों को दर्शाया जाता है। उन्होंने अपनी पेंटिंग्स के जरिए बाल विवाह, एड्स और भ्रूण हत्या जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का काम किया है। उनकी 10,000 से ज्यादा पेंटिंग्स को 50 से ज्यादा एग्जीबिशन में प्रस्तुत किया गया है।
पद्म श्री से सम्मानित किया गया
2021 में, दुलारी देवी को कला में उनके योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म श्री से सम्मानित किया गया। यह सम्मान मधुबनी कला को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में उनकी भूमिका के लिए मिला। उन्होंने भारत और विदेशों में, जैसे कि सैन फ्रांसिस्को में एशियाई कला संग्रहालय में, अपनी कला का प्रदर्शन किया।