अफ़ग़निस्तान में महिलाओं को किसी भी तरीके के स्पोर्ट्स खेलने को लेकर तालिबान ने रोक लगा दी है। इसका यह अंजाम हुआ कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इनका मैच होस्ट करने से मना कर दी है। इनका कहना है कि जब तक महिलाओं को स्पोर्ट्स खेलने की मंजूरी नहीं मिलती है यह मेंस का मैच होस्ट भी नहीं करेंगे। ऑस्ट्रेलिया ऐसा करके अफ़ग़ान की महिलाओं का सपोर्ट कर रहा है।
क्यों किया क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफ़ग़ानिस्तान का मैच होस्ट करने से मना?
ऑस्ट्रेलिया और अफ़ग़ानिस्तान के बीच टेस्ट मैच होना था और यह होबार्ट में खेला जाना था। सभी ने अपना सपोर्ट दिखाकर यह मैच कैंसिल कर दिया है और महिला क्रिकेट प्लेयर्स का सपोर्ट किया है। तालिबान ने हाल में ही यह डिक्लेअर किया था कि महिलाएं अब किसी भी तरीके के स्पोर्ट्स में हिस्सा नहीं ले सकती हैं क्योंकि इससे उनकी बॉडी एक्सपोज़ होती है। इस से पहले इन्होंने कहा था कि महिलाओं को कॉलेज में सिर्फ महिला टीचर्स ही पढ़ा सकती हैं या फिर थोड़े ज्यादा उम्र के पुरुष जिनका करैक्टर अच्छा हो। जब से तालिबान आए हैं यह महिलाओं के लिए इसी तरीके के दबा देने वाले बदलाव अफ़ग़ानिस्तान में लेकर आ रहे हैं।
अफ़ग़निस्तान में फैला तालिबान का आतंक
इनका टेरर इतना ज्यादा बढ़गया है कि एक प्रेग्नेंट पुलिसकर्मी महिला पर अफगानी ने बन्दूक चलाई वो भी उसके परिवार वालों के सामने। महिला का नाम बानू निगारा है और वो 6 महीने प्रेग्नेंट थीं। यह न्यूज़ तालिबान के एक पत्रकार बिलाल सरवरी ने संडे को ट्वीट कर के बताई। तालिबान इस न्यूज़ को एक्सेप्ट करने से साफ़ इंकार कर रहे हैं। इन्होंने कहा कि इन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। तालिबान के स्पोक्सपर्सन जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि उनको इस इंसिडेंट के बारे में कुछ भी पता नहीं है और ऐसा किसी दुश्मनी के चलते भी हो सकता है।