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Taliban Shoots Pregnant Policewoman : तालिबान ने प्रेग्नेंट महिला पुलिसकर्मी को गोली मारी, महिला का परिवार भी सामने मौजूद था

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Swati Bundela
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जब से अफ़ग़निस्तान पर तालिबान ने 15 अगस्त को कब्ज़ा किया है वहां की हालत गंभीर है। हाल ही में न्यूज़ आयी है कि एक प्रेग्नेंट पुलिसकर्मी महिला पर अफगानी ने बन्दूक चलाई वो भी उसके परिवार वालों के सामने। महिला का नाम बानू निगारा है और वो 6 महीने प्रेग्नेंट थीं। यह न्यूज़ तालिबान के एक पत्रकार बिलाल सरवरी ने संडे को ट्वीट कर के बताई।

प्रेग्नेंट महिला पुलिसकर्मी को गोली मारी

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तालिबान इस न्यूज़ को एक्सेप्ट करने से साफ़ इंकार कर रहे हैं। इन्होंने कहा कि इन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। तालिबान के स्पोक्सपर्सन जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि उनको इस इंसिडेंट के बारे में कुछ भी पता नहीं है और ऐसा किसी दुश्मनी के चलते भी हो सकता है।

जहाँ यह इंसिडेंट हुआ वहां के लोगों का ऐसा कहना है कि तालिबान ने प्रेग्नेंट महिला के ऊपर हाँथ उठाया और फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। यह मामला महिला के हस्बैंड और बच्चे के सामने ही हुआ। तालिबान के तीन लोग वहां बन्दूक लेकर आये थे और वहां आकर उन्होंने बहुत जांच पड़ताल की और फैमिली मेंबर्स को बाँध दिया था। फैमिली का इंसान प्रोविंशियल प्रिज़न में काम करता था अफ़ग़निस्तान तालिबान के कब्जे में आने से पहले।

https://twitter.com/bsarwary/status/1434511052742463490?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1434511052742463490%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.shethepeople.tv%2Fnews%2Ftaliban-shoots-pregnant-policewoman-afghanistan%2F

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तालिबान का महिलाओं की पढ़ाई को लेकर क्या कहना है?

तालिबान के हायर एजुकेशन मिनिस्टर ने कहा कि अब से महिलाओं को यूनिवर्सिटी में पड़ने की परमिश दी जा रही है लकिन मिक्स्ड क्लासेज को लेकर अभी भी बैन रहेगा। 15 अगस्त को तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया था और इसके कुछ दोनों बाद इन्होंने इस कंट्री का नाम भी बदल दिया था। तालिबान में हमेशा से महिलाओं के अधिकारों को दबाने के प्रयास किए गए हैं फिर चाहे वो बुरखे को लेकर हो या फिर पढाई को लेकर।

तालिबान के एक्टिंग मिनिस्टर का नाम अब्दुल बाक़ी हक़्क़ानी है और इन्होंने कहा कि यह देश में एक ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं जो इस्लामिक, नेशनल और हिस्टोरिकल वैल्यूज को फॉलो करे और दूसरे देशों को भी टक्कर दे सके। इन्होंने महिलाओं को आगे बढ़ने का फैसला तो किया है लेकिन इस्लामिक लॉ के अंतर्गत।

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