"Poor Thing" Comment on President Murmu Triggers Controversy: आज बजट स्तर का पहला दिन था जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के जॉइंट सेशन में संबोधन किया और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इस दौरान सोनिया गांधी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में बयान ने खासा विवाद खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गांधी ने टिप्पणी की जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति के लिए बेचारी शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति अपने भाषण के अंत में "बहुत थकी हुई" लग रही थीं और "बेचारी, मुश्किल से बोल पा रही थीं।"
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी की टिप्पणी पर छिड़ा विवाद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोनिया गांधी द्वारा "बेचारी" शब्द के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे राष्ट्रपति का अपमान बताया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी जैसे नेताओं ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वो राष्ट्रपति मुर्मू का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस से माफ़ी मांगने को कहा है। उनका कहना है कि ऐसी टिप्पणियां राष्ट्रपति के पद और उनकी सम्मान को कम करती हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने निंदा करते हुए माफी की मांग की
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, "मैं और भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के लिए श्रीमती सोनिया गांधी द्वारा "बेचारी" शब्द के प्रयोग की कड़ी निंदा करता है। ऐसे शब्दों का जानबूझकर प्रयोग कांग्रेस पार्टी की अभिजात्यवादी, गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी प्रकृति को दर्शाता है। मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस पार्टी माननीय राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगे।"
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने भी जताया ऐतराज
ANI से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी कहते हैं, "वह पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति ने सरकार की ओर से एक रिपोर्ट कार्ड दिया है, अगर आपको इस पर आपत्ति है तो इस पर चर्चा होगी और फिर आप इसका विरोध कर सकते हैं। सोनिया गांधी कहती हैं कि थक गए हैं, ये कैसे शब्द हैं?...जो बेटा और मां राजनीतिक प्रासंगिकता के लिए बेताब हैं...मैं इस बात से स्तब्ध हूं कि इतने गंभीर अवसर पर वे जाकर इस तरह का बयान देते हैं और यह उनकी बहुत खराब छवि पेश करता है..."
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ओर से बचाव
राष्ट्रपति मुर्मू और उनके भाषण पर सोनिया गांधी की टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "मेरी मां 78 साल की महिला हैं, उन्होंने बस इतना कहा है कि 'राष्ट्रपति जी ने इतना लंबा भाषण पढ़ा और वे थक गई होंगी, बेचारी'...वे (भारत के राष्ट्रपति) का पूरा सम्मान करती हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया द्वारा इस तरह की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाता है। वे दोनों सम्मानित लोग हैं और हमसे उम्र में बड़े हैं...उनका कोई अपमान करने का इरादा नहीं है। भाजपा को पहले खाई में धकेलने के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए"
राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस नेताओं के इस दावे का खंडन किया
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी की टिप्पणी पर छिड़ा विवाद
आज बजट स्तर का पहला दिन था जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के जॉइंट सेशन में संबोधन किया। इस दौरान सोनिया गांधी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में बयान ने खासा विवाद खड़ा कर दिया है।
Image Credit: INC
"Poor Thing" Comment on President Murmu Triggers Controversy: आज बजट स्तर का पहला दिन था जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के जॉइंट सेशन में संबोधन किया और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इस दौरान सोनिया गांधी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में बयान ने खासा विवाद खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गांधी ने टिप्पणी की जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति के लिए बेचारी शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति अपने भाषण के अंत में "बहुत थकी हुई" लग रही थीं और "बेचारी, मुश्किल से बोल पा रही थीं।"
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी की टिप्पणी पर छिड़ा विवाद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोनिया गांधी द्वारा "बेचारी" शब्द के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे राष्ट्रपति का अपमान बताया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी जैसे नेताओं ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वो राष्ट्रपति मुर्मू का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस से माफ़ी मांगने को कहा है। उनका कहना है कि ऐसी टिप्पणियां राष्ट्रपति के पद और उनकी सम्मान को कम करती हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने निंदा करते हुए माफी की मांग की
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, "मैं और भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के लिए श्रीमती सोनिया गांधी द्वारा "बेचारी" शब्द के प्रयोग की कड़ी निंदा करता है। ऐसे शब्दों का जानबूझकर प्रयोग कांग्रेस पार्टी की अभिजात्यवादी, गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी प्रकृति को दर्शाता है। मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस पार्टी माननीय राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगे।"
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने भी जताया ऐतराज
ANI से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी कहते हैं, "वह पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति ने सरकार की ओर से एक रिपोर्ट कार्ड दिया है, अगर आपको इस पर आपत्ति है तो इस पर चर्चा होगी और फिर आप इसका विरोध कर सकते हैं। सोनिया गांधी कहती हैं कि थक गए हैं, ये कैसे शब्द हैं?...जो बेटा और मां राजनीतिक प्रासंगिकता के लिए बेताब हैं...मैं इस बात से स्तब्ध हूं कि इतने गंभीर अवसर पर वे जाकर इस तरह का बयान देते हैं और यह उनकी बहुत खराब छवि पेश करता है..."
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ओर से बचाव
राष्ट्रपति मुर्मू और उनके भाषण पर सोनिया गांधी की टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "मेरी मां 78 साल की महिला हैं, उन्होंने बस इतना कहा है कि 'राष्ट्रपति जी ने इतना लंबा भाषण पढ़ा और वे थक गई होंगी, बेचारी'...वे (भारत के राष्ट्रपति) का पूरा सम्मान करती हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया द्वारा इस तरह की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाता है। वे दोनों सम्मानित लोग हैं और हमसे उम्र में बड़े हैं...उनका कोई अपमान करने का इरादा नहीं है। भाजपा को पहले खाई में धकेलने के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए"
राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस नेताओं के इस दावे का खंडन किया