170 घंटे तक भरतनाट्यम कर मंगलुरु की Remona Pereira ने रचा वर्ल्ड रिकॉर्ड

रेमोना एवेट परेरा ने भरतनाट्यम में नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने लगातार 170 घंटे तक नृत्य कर यह उपलब्धि हासिल की। रेमोना ने महज तीन साल की उम्र में नृत्य सीखना शुरू किया था।

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Rajveer Kaur
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Remona Pereira Sets 170-Hour Bharatanatyam World Record

Lucky Vamanjoor (lucky_photographer_03 / Instagram)

कर्नाटक के मंगलुरु की रेमोना एवेट परेरा ने बिना रुके 170 घंटे भरतनाट्यम करके गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है। उन्होंने 2023 में महाराष्ट्र के 16 साल के सुधीर जगपत का 127 घंटे का रिकॉर्ड तोड़ा। रेमोना ने यह रिकॉर्ड 28 जुलाई की सुबह बनाया, जब उन्होंने लगातार एक हफ्ते तक नृत्य किया।

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170 घंटे तक भरतनाट्यम कर मंगलुरु की Remona Pereira ने रचा वर्ल्ड रिकॉर्ड

रेमोना ने अपना नृत्य 21 जुलाई की सुबह अपने कॉलेज के ऑडिटोरियम में भगवान गणेश की प्रार्थना से शुरू किया था। उन्होंने यह लंबा प्रदर्शन एक बैले नृत्य और देवी दुर्गा की प्रार्थना के साथ समाप्त किया।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए रेमोना ने हर दिन 5 से 6 घंटे अभ्यास किया। वह रोज़ सुबह 6 बजे कॉलेज जाने से पहले रियाज़ शुरू करतीं और शाम 9 बजे तक नृत्य करतीं। सात दिनों तक चली इस मेहनत में उन्होंने हर तीन घंटे में सिर्फ 15 मिनट का ब्रेक लिया और इसी अनुशासन के दम पर उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा।

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रेमोना को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के इंडिया प्रतिनिधि मनीष विश्नोई द्वारा मेडल और सर्टिफिकेट दिया गया। उनकी नृत्य गुरु श्रीविद्या मुरलीधर ने मीडिया से कहा कि रेमोना ने तुलु नाडु क्षेत्र और पूरे भारत का नाम गर्व से रोशन किया है।

रेमोना परेरा कौन हैं?

रेमोना परेरा ने मात्र तीन साल की उम्र में अपनी मां से नृत्य सीखना शुरू किया, जिन्हें शास्त्रीय कला के प्रति गहरी लगन है। पिछले 13 वर्षों से वह मंगलुरु के येय्याडी में श्रीविद्या मुरलीधर के मार्गदर्शन में भरतनाट्यम का अभ्यास कर रही हैं। भरतनाट्यम के साथ-साथ वह सेमी-क्लासिकल, वेस्टर्न और कंटेम्पररी डांस में भी प्रशिक्षित हैं। रेमोना सेंट एलोशियस (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) की तृतीय वर्ष की बी.ए. छात्रा हैं।

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रेमोना ने अपने बचपन में ही पिता को खो दिया था और उनकी परवरिश उनकी सिंगल मदर ने की। मां ने उनमें जो संकल्प और हौसला भरा, वही आज उनके नृत्य के प्रति समर्पण में साफ झलकता है। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना उनके लिए कोई पहली उपलब्धि नहीं है — 2017 में भी उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) और भारत बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह मिल चुकी है।

रेमोना को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सराहना मिल चुकी है। साल 2022 में उन्हें कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस दौरान रेमोना ने पीएम मोदी से अपने नृत्य की शुरुआत, परिवार के समर्थन और भारतीय कला-संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने के अपने सपने के बारे में बातचीत की थी।

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