सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और फ्रीलांस रेडियो जॉकी सिमरन सिंह गुरुग्राम के सेक्टर 47 स्थित कोठी में मृत पाई गईं। बता दें, सिमरन की उम्र 25 साल है और सोशल मीडिया पर 7 लाख के करीब उनके फॉलोअर्स हैं। इंस्टाग्राम पर सिमरन की आखिरी पोस्ट 13 दिसंबर, 2024 की है। इस पोस्ट में सिमरन समुद्र के किनारे गाउन में डांस करती हुई दिखाई देती हैं।
RJ Simran ने किया सुसाइड, अब Reel और Real लाइफ में अंतर समझने की जरूरत
जानिए पूरा मामला
ANI के अनुसार, गुरुग्राम के सेक्टर 47 में किराए के मकान में रहने वाली जम्मू-कश्मीर की RJ और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सिमरन सिंह ने बुधवार शाम को आत्महत्या कर ली। पुलिस को शव के बारे में पार्क अस्पताल से रात 10:30 बजे कॉल आया। पुलिस को सिमरन के फ्लैट से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और न ही सिमरन के परिवार ने किसी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज कराई। परिवार ने कहा कि सिमरन कुछ समय से परेशान चल रही थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया और इसके लिए उन्होंने किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। परिजनों की लिखित शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई और गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम कराया गया। शव परिजनों को सौंप दिया गया है। कोई मामला दर्ज नहीं किया गया, जांच अधिकारी, एएसआई प्रदीप कुमार, सदर थाना, गुरुग्राम।
An RJ and social media influencer from J&K, Simran Singh, who was living in a rented house in Sector 47 of Gurugram died by suicide on Wednesday evening. Police received a call at 10:30 pm from Park Hospital regarding the body. Police did not find any suicide note from Simran's…
— ANI (@ANI) December 26, 2024
'जम्मू की धड़कन'
मूल रूप से सिमरन जम्मू के नानक नगर से संबंध रखती थीं। सिमरन ने जम्मू में ही रेडियो मिर्ची को ज्वाइन किया। इस दौरान सिमरन को खूब प्यार मिला और फैंस प्यार से उन्हें 'जम्मू की धड़कन' बुलाते थे। सोशल मीडिया बायो में भी उन्होंने इसका जिक्र किया है। 2021 में नौकरी छोड़कर सिमरन दिल्ली शिफ्ट हो जाती हैं। इस दौरान freelancing के साथ-साथ सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थीं।
'रील' और 'रियल' लाइफ में अंतर
सिमरन की जिंदगी से हमें यह सीखने को मिलता है कि किसी की भी रील और रियल लाइफ एक जैसी नहीं होती है। हर व्यक्ति अपनी जिंदगी में बहुत सारी चीजों से स्ट्रगल करता है। ऐसा नहीं है कि अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर अपनी सिर्फ खुशियां ही शेयर कर रहा है या फिर वह फनी कंटेंट पोस्ट करता है तो उसकी जिंदगी में कोई दुख नहीं है।
बहुत सारे लोग सोशल मीडिया पर दूसरों की जिंदगी के साथ अपनी जिंदगी की तुलना करते लग जाते हैं या फिर ऐसा समझते हैं कि दूसरों की जिंदगी में कोई दुख नहीं है लेकिन ऐसा नहीं होता है।
हमें अब इस बात को बहुत ज्यादा समझने की जरूरत है कि सोशल मीडिया दिखाई देने वाली हर चीज पूरी तरह सच नहीं होती है और बिना किसी के सच जाने हम उन पर कोई इल्जाम नहीं लगा सकते हैं या फिर उनके बारे में कोई राय नहीं बना सकते। सोशल मीडिया पर ट्रॉलिंग बढ़ गई है लेकिन हम नहीं जानते हैं कि कोई व्यक्ति अपनी जिंदगी में किस स्थिति से गुजर रहा है। ऐसे में हमें अपने आसपास के लोगों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना चाहिए यहां पर सभी खुलकर बात कर सके। मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स भी इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि लोग एक दूसरे के साथ सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। उन्हें डर लगता है कि लोग उन्हें जज करेंगे या फिर उनके बारे में राय बनाएंगे