यूनाइटेड स्टेट्स के सुप्रीम कोर्ट ने कुछ महीने पहले निर्णय लिया की वह रो.वि.वेड रूलिंग को रद्द किया जायेगा। इस न्यूज़ ने ना केवल अमेरिका को बल्कि पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। इस निर्णय की वजह से वहां की महिलाएं नए रस्ते अपनाने के लिए मजबूर हो गई है। इस न्यूज़ के सामने आते ही एबॉर्शन पिल्स के लिए डिमांड बढ़ती जा रही है। खासकर उन राज्यों में जहाँ एबॉर्शन को बैन किया गया है।
Roe V Wade Reversal: अमेरिका में क्यों बढ़ रही टर्मिनेशन पिल्स की मांग
पिल्स की तेज़ी से बढ़ रही मांग
जून में घोषित हुई ब्यान के बाद यूनाइटेड स्टेट्स मेडिकल सिस्टम के बहार से आने वाली एबॉर्शन पिल्स की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। टेक्सास यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर के नए अध्ययन में एक चौका देने वाली बात सामने आयी है की पहले की तुलना में 156% से भी ज्यादा एबॉर्शन पिल्स की मांग बढ़ गयी है।
यह मांग ऑस्ट्रिया में स्थित ऐड एक्सेस नामक नॉन-प्रोफ़िट संघठन से लिया गया है। ऐड एक्सेस मेल आर्डर द्वारा न केवल अमेरिका में बल्कि विश्व भर के देशों में एबॉर्शन पिल्स सप्लाई करती है। यह आर्गेनाईजेशन एबॉर्शन पिल्स को सप्लाई करने से पहले टेली मेडिसिन कंसल्टेशन करती है जहाँ एक फिजिशियन पेशेंट से बात कर उन्हें यह पिल्स की सलाह करेंगे।
जून में सुप्रीम कोर्ट ने जब एबॉर्शन पर ब्यान घोषित किया उसके बाद 12 से ज्यादा राज्यों ने या तो पूरी तरीके से एबॉर्शन प्रतिबन्ध लगाया है। हालाँकि मेल आर्डर से आने वाली एबॉर्शन पिल्स लीगल नहीं है, पर अध्ययन से पता चला है कि ज्यादा-से- ज्यादा औरतें घर पर ही बैठकर बिना किसी डॉक्टर कंसल्टेशन के यह पिल्स इस्तेमाल कर रही है। यह उनके जान के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है।
क्यों विदेशों से एबॉर्शन पिल्स मंगवा रही औरतें?
अध्ययन के प्रमुख रिसर्चर अबीगैल ऐइकेन ने कहा की हालांकि कई राज्यों में एबॉर्शन को ब्यान किया गया है लेकिन सेल्फ-एबॉर्शन करने की प्रक्रिया अब बदल गयी है। ऐइकेन से ये भी बोला की सेल्फ- एबॉर्शन को ट्रैक करना बहुत मुश्किल है क्यों की कई सारे एबॉर्शन गवर्नमेंट प्रशासित चिकित्सा चैनलों के बाहर हो रहे हैं। Guttmacher Institute जो एबॉर्शन राइट्स को सपोर्ट करती हैं। उनकी रिपोर्ट के अनुसार 2020 में सेल्फ-एबॉर्शन को छोड़कर 1 लाख से भी ज्यादा गर्भपात हुए है। यह दिल दहलाने वाली बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग एबॉर्शन अवैध तरीक़े से कर रहे है।
एबॉर्शन पिल्स की क्या समस्याएं हैं?
एबॉर्शन ब्यान या प्रतिबन्ध लगाने वाले राज्यों ने मेल आर्डर द्वारा पाए जाने वाले दवा पर रोक लगाने की मांग की है क्योंकी इन दवाईयों को ट्रैक नहीं किया जा सकता है। यह अवैध तरीक़े से देश में प्रवेश करते है।अध्ययन में आगे यहाँ भी पता चला है की एबॉर्शन पिल्स की मांग सबसे ज्यादा अलबामा, अर्कांसस, मिसिसिपी, लुइसियाना और ओक्लाहोमा राज्यों से हुई है।
चिंता की बात
यह एक बहुत बड़ी चिंता की बात है अमेरिका जैसे प्रगतिशील देशों में भी औरतों को इतनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।सरकार इन औरतों की पीड़ा नहीं समझ पा रही है।एबॉर्शन राइट्स एडवोकेसी पिल्स रिप्रोेएक्शन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एरिन मैट्सन ने बताया की वह उनके संघटन के साथ मिलकर यह जागरूकता फैलाने की कोशिश कर्री है की कैसे सुरक्षित रूप से पिल्स लिया जा सकता है और आपात स्थिति में चिकित्सा की और ध्यान देना क्यों जरूरी है। उन्होंने यहाँ भी कहा की रोए रूलिंग के बाद यह अब कानून की हार है ना कि चिकित्सा की।