हैदराबाद में फिर से खुला भारत का पहला Transgender Clinic

सबरंग क्लिनिक ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए भारत का पहला स्वास्थ्य सेवा क्लिनिक है, जिसे पहले मित्र क्लिनिक के नाम से जाना जाता था। यह HIV के इलाज, काउंसलिंग और लिंग पुष्टि सेवाओं सहित जरूरी मेडिकल हेल्प देता है।

author-image
Rajveer Kaur
New Update
India’s Sabrang Clinic Reopens to Serve Transgender Community Amid Ongoing Healthcare Gaps

Photograph: (Getty Images)

India’s Sabrang Clinic Reopens to Serve Transgender Community Amid Ongoing Healthcare Gaps: हैदराबाद के नारायणगुडा में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए भारत का पहला क्लिनिक फिर से खुल गया है। कुछ महीने पहले इसे यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) द्वारा पैसा बंद होने के बाद बंद कर दिया गया था। सबरंग क्लिनिक, जिसे पहले मित्र क्लिनिक के नाम से जाना जाता था, टाटा ट्रस्ट की मदद से एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में फिर से खुल गया है। यह क्लिनिक हजारों ट्रांसजेंडर लोगों को HIV (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) इलाज, सलाह और लिंग पुष्टि सेवाओं सहित जरूरी मेडिकल हेल्प देता है। यह क्लिनिक 2021 से हैदराबाद, पुणे और ठाणे में चल रहा है।

Advertisment

हैदराबाद में फिर से खुला भारत का पहला Transgender Clinic 

भारत में ट्रांसजेंडर Medical Help की लागत

20 जनवरी को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसने विदेशी सहायता पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी। TOI के अनुसार, भारत में ट्रांसजेंडरों के लिए मित्र क्लिनिक बंद हो गया, जिससे 5,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए। रिपोर्टों के अनुसार, क्लिनिक का बजट हर महीने ₹2.5 लाख था।

Advertisment

Tata Trust की मदद से फिर से खुला क्लिनिक

हालांकि, परियोजना प्रमुख सुभाष घोष के अनुसार, टाटा ट्रस्ट्स की मदद से क्लिनिक को अब फिर से खोला गया है। द हिंदू से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमें अप्रैल में इसकी मंज़ूरी मिली और मई से काम दोबारा शुरू हो गया। टाटा ने हर व्यक्ति के लिए हर साल ₹1,500 देने का वादा किया है। पहले USAID प्रोग्राम के तहत हर व्यक्ति को ₹1,900 मिलते थे।"

Advertisment

बीबीसी हिंदी के अनुसार, 2021 में क्लिनिक शुरू होने के बाद से 3,000 से ज्यादा मरीजों की मदद की जा चुकी है। एक कर्मचारी ने बताया कि हैदराबाद में पहला मित्र क्लिनिक हर महीने 150 से 200 ट्रांसजेंडर मरीजों की देखभाल करता था, जिनमें से 6% से 8% मरीज HIV का इलाज करा रहे थे। कर्मचारी ने आगे कहा, "इनमें से 75% से 80% लोग पहली बार इलाज के लिए आए थे।"

सेहत के साथ-साथ नौकरी

यह क्लिनिक सिर्फ ट्रांसजेंडर मरीजों की मदद नहीं करता, बल्कि ट्रांसजेंडर स्वास्थ्यकर्मियों को नौकरी भी देता है। सुभाष घोष ने द हिंदू को बताया, "डॉक्टरों से लेकर क्लिनिक प्रबंधकों तक, सभी इसी समुदाय से हैं।" स्टाफ में एक डॉक्टर, एक नर्स, एक सलाहकार और दो आउटरीच कार्यकर्ता शामिल हैं।

Advertisment

भारत में करीब 20 लाख ट्रांसजेंडर लोग हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं के मुताबिक असली संख्या इससे ज्यादा हो सकती है। 2014 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद, भेदभाव और कलंक के कारण उन्हें स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं तक सही पहुंच नहीं मिल पाती। नारायणगुडा का सबरंग क्लिनिक सोमवार से शनिवार, सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।

transgender