Section 144 In Mumbai: मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने आर्डर दिया है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोण के कारण मुंबई में सेक्शन 144 लगाया जा रहा है। यह सेक्शन 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक के लिए लगाया जा रहा है। मिनिसिपल कमिश्नर सुरेश काकानी ने कहा कि सिटी के 24 वार्ड में स्पेशल स्क्वाड को खड़ा किया जायेगा। इसके बाद जैसे जैसे सिचुएशन होगी उसके हिसाब से लोगों को बड़ा दिया जायेगा।
महाराष्ट्र में क्यों लगा सेक्शन 144?
इससे पहले भी मुंबई में 48 घंटे के लिए सेक्शन 144 लगाया गया था। ओमिक्रोण के मामले को लेकर सतर्कता बरतना बेहद जरुरी है। इंडिया में ओमिक्रोण के कुल मामले 73 हो चुके हैं। इसके अलावा यह 63 देशों में फैल चुका है। IMA यानि कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का ऐसा कहना है कि ओमिक्रोण बाकि वैरिएंट के मुकाबले तीन गुना ज्यादा तेज़ी से फैलता है। यह लोगों को ज्यादा एफेक्ट करेगा और वैक्सीन लगे हुए लोगों को भी एफेक्ट कर सकता है।
कोरोना के ओमिक्रोण वैरिएंट के सिम्पटम्स क्या हैं?
इंडिया के 5th केस ने कुछ सिम्टम्स दिखाए हैं जैसे कि गाला ख़राब होना, कमज़ोरी होना और शरीर में दर्द होना। रिसर्च के हिसाब से कहा गया है कि ओमिक्रोण के सिम्टम्स कोरोना की तरह नहीं हैं और सर्दी झुखाम जैसे हैं। ओमिक्रोण के पेशेंट्स में सांस लेने में दिक्कत और स्वाद जाने जैसे कोई भी सिम्टम्स नहीं देखे गए हैं। रिपोर्ट्स के हिसाब से आगे ओमिक्रोण किस लेवल तक सीरियस हो सकता है यह कहना अभी मुश्किल है और इसको पता करने में कई दिन लग सकते हैं।
अस्ट्रज़ेनेका का कहना है कि कविशील्ड वैक्सीन इंडिया के सीरम इंस्टीट्यूट और ब्रिटिश की स्वीडन कंपनी अस्ट्रज़ेनेका के साथ बनाई गयी थी। इनका कहना है कि यह इनकी फ़िलहाल मौजूद वैक्सीन की एक बार फिर से जांच कर रहे हैं नए वैरिएंट के हिसाब से। भारत बायोटेक का कहना है कि इनकी बनाई गयी कोवैक्सीन वुहान के ओरिजिनल कोरोना वायरस के खिलाफ बनाई गयी थी। इसका मतलब है कि यह इसके वैरिएंट पर भी जहाँ तक है असरदार होगी। इसके अलावा यह नई वैरिएंट के लिए लगातार रिसर्च कर रहे हैं।