भुखमरी से जूझ रही है अफगानिस्तान की जनता, अपनी बेटियों को बेचने को हैं मजबूर

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Swati Bundela
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Situation In Afganistan: बीते कुछ दिनों में अफगानिस्तान को बहुत कुछ झेलना पड़ा। दुनिया भर की नज़रें मानो सिर्फ एक देश, अफगानिस्तान पर ही टिकी हुई थी कि कब वहाँ क्या घटना हो जाये। बहरहाल इन दिनों, अफगानिस्तान को न सिर्फ सूखे की मार झेलनी पद रही है बल्कि कोरोना का संकट भी अभी अफगानिस्तान से गया नहीं है। इसी बीच, भूखमरी ने अफगानिस्तान की जनता की मुसीबतों को और बेहाल कर दिया है। अफगानिस्तान के हालात अब बद से बदतर हो चुके हैं। 

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Situation In Afganistan: वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने चेतावनी दी कि नवंबर में अफगानिस्तान को भुखमरी का सामन आकर पड़ सकता है 

हाल ही में, सोमवार को वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम ने एक चेतावनी दी जिसमें बताया गया कि अनुमान के मुताबिक, नवंबर में अफगानिस्तान को फ़ूड क्राइसिस यानि कि भुखमरी का सामना करने की पूरी पूरी संभावना है। बता दें कि, पिछले कुछ दिनों में अफगानिस्तान और वहां कि जनता ने बहुत कुछ सहा है। अफगानिस्तान पहले से ही सूखे और कोरोना का सामना कर रहा था अब ऐसे में भुखमरी एक नया संकट बन के उनके सामने खड़ा हो गया है।

वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने बीते सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अफगानिस्तान की आधी से ज्यादा आबादी यानि करीब ढाई करोड़ लोगों को अगले महीने नवंबर से भुखमरी का सामना करना पड़ सकता है और इस देश के कई हिस्सों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान के गरीब इलाकों में लोग अपनी बेटियों को बेच रहे हैं।

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पश्चिमी अफगानिस्तान में हालात बेकाबू, बच्चियों को बेचने के लिए मजबूर हैं माँ-बाप

एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए, फाहिमा नाम की एक महिला ने बताया कि उसके पति ने उनकी 6 साल की और डेढ़ साल की दो बच्चियों को बेच दिया है। रोते हुए महिला ने बताया कि वो पश्चिमी अफगानिस्तान में रहते हैं, जहाँ लगभग सूखे की शुरुआत हो चुकी है। इस वजह से भुखमरी से बचने के लिए फाहिमा के पति ने अपनी बच्चियों को बेच डाला। फाहिमा आगे कहती हैं कि उन्हें अपनी बच्चियों को इस तरह शादी के लिए बेचना बुरा लगता है लेकिन उनके पास कोई ऑप्शन नहीं है। अगर वे ऐसा नहीं करेंगे तो खुद भुखमरी और सूखे से मर जायेंगे।

रिपोर्ट के मुताबिक, फाहिमा की बड़ी बेटी के लिए 3350 डॉलर (करीब 2.5 लाख रुपये) की कीमत लगाई गई, जबकि छोटी बच्ची के लिए 2800 डॉलर (2.1 लाख)। ये पैसे परिवार वालों को किस्तों में दिए जाएंगे। इन बच्चियों के होने वाले पति भी नाबालिग ही होते हैं। एक दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिमी अफगानिस्तान के एक गांव की महिला ने भी अपनी बेटी को 500 डॉलर में बेच दिया बाकी बच्चों के खाने का इंतजाम हो सके।

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बच्चियों को शादी के लिए खरीदने वाले शख्स ने दावा किया कि वह अपने बेटे के लिए लड़की की अच्छी परवरिश करना चाहता है। हालांकि, उसके इस दावे की कोई गारंटी नहीं है। उसने 250 डॉलर का भुगतान कर दिया है जिससे परिवार का कुछ दिनों तक गुजारा हो सकेगा और वह बच्ची को तब अपने साथ ले जाएगा जब वह चलना सीख जाएगी।


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