SpaDeX Mission तहत ISRO ने की स्पेस में सफ़लतापूर्वक अनडॉकिंग, देखें वीडियो

इसरो ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है क्योंकि SpaDeX मिशन के तहत दो सेटेलाइट्स की अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक डॉकिंग कर दी है। इस तरह यह मिशन पूरा हो गया है।

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Rajveer Kaur
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Image Credit: ISRO InSight/X

SpaDeX Mission: इसरो ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है क्योंकि SpaDeX मिशन के तहत दो सेटेलाइट्स की अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक अनडॉकिंग कर दी है। इस तरह यह मिशन सफल हो गया है। यह इसरो के नाम अन्य ऐतिहासिक उपलब्धि है। चलिए पूरी खबर जानते हैं-

SpaDeX Mission तहत ISRO ने की स्पेस में सफ़लतापूर्वक अनडॉकिंग

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इसरो के हाथ SpaDex मिशन में बड़ी सफलता लगी है क्योंकि इस मिशन के तहत दो सेटेलाइट्स की अंतरिक्ष में अनडॉकिंग सफल हुई जिसका मतलब है कि SDX-1 और SDX-2 स्पेस में SpaDex से अलग हो गए हैं। इसकी वीडियो आप देख सकते हैं-

इस इवेंट के मुख्य अंश निम्नलिखित हैं-

SDX-2 की एक्सटेंशन सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। Capture Liver 3 को योजना के अनुसार रिलीज़ कर दिया गया है। SDX-2 में Capture Liver को डिसएंगेज कर दिया गया है। SDX-1 और SDX-2 के लिए डीकैप्चर कमांड जारी कर दी गई है।

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केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री.जितेंद्र सिंह ने लिखा, "बधाई हो, टीम इसरो। यह हर भारतीय के लिए खुशी की बात है। स्पैडेक्स उपग्रहों ने अविश्वसनीय डी-डॉकिंग को पूरा किया... इससे भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रयान 4 और गगनयान सहित महत्वाकांक्षी भविष्य के मिशनों के सुचारू संचालन का मार्ग प्रशस्त होता है। पीएम नरेंद्र मोदी का निरंतर संरक्षण उत्साह को बढ़ाता रहता है।"

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इससे पहले SpaDeX मिशन के तहत दो सेटेलाइट्स की अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक डॉकिंग की थी। इस तरह यह मिशन पूरा हो गया है। भारत अंतरिक्ष में डॉकिंग का प्रदर्शन करने वाला अमेरिका, चीन और रूस के बाद चौथा देश बन गया। यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है और इसरो के लिए भी एक अहम कदम है। इससे भारत के लिए स्पेस में नए रास्ते खुल सकते हैं क्योंकि चंद्रयान-4 जैसे मिशनों की सफलता इस पर निर्भर है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई 

उन्होंने लिखा, "उपग्रहों की अंतरिक्ष डॉकिंग के सफल प्रदर्शन के लिए @isro के हमारे वैज्ञानिकों और पूरे अंतरिक्ष समुदाय को बधाई। यह आने वाले वर्षों में भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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सचिव, अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष और इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने इसरो टीम को बधाई दी।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने दी बधाई 

30 दिसंबर को मिशन हुआ था लॉन्च 

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SpaDeX मिशन को इसरो ने 30 दिसंबर, 2024 को सतीश धवन स्पेस सेंटर, श्रीहरिकोटा से रात 10 बजे लॉन्च किया। इस मिशन के अंतर्गत PSLV-C60 रॉकेट के जरिए 2 स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी से 460 किलोमीटर ऊपर डिप्लॉय किए गए। यह मिशन पहली बार में सफल नहीं हुआ है। 7 जनवरी, 2025 को डॉकिंग होनी चाहिए थी लेकिन इसे टाल दिया गया। 9 जनवरी को स्पेसक्राफ्ट करीब लाने की योजना बनाई गई है। अब 16 जनवरी, 2025 को मिशन सफल हो गया।

क्यों जरूरी यह मिशन

इसरो के मुताबिक भारत के स्पेस से जुड़े सपनों को पूरा करने के लिए यह टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी है जैसे कि चंद्रमा पर भारत का अभियान, चंद्रमा से नमूने वापस लाना, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस) का निर्माण और संचालन, आदि। अंतरिक्ष में डॉकिंग टेक्नोलॉजी तब जरूरी होती है, जब सामान्य मिशन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कई रॉकेट लॉन्च करने की जरूरत होती है।

Docking की वीडियो 

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