परीक्षा पे चर्चा 2025: मैरी कॉम जैसे स्पोर्ट्स आइकन्स ने की परीक्षा के दबाब पर बात

17 फरवरी, 2025 को PPC 2025 का सातवां एपिसोड रिलीज हुआ। इसमें दिग्गज एथलीट मैरी कॉम, सुहास लालिनाकेरे यतिराज और अवनी लेखरा ने छात्रों के साथ बातचीत के दौरान अनुभव साँझा किए।

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Rajveer Kaur
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Pariksha Pe Charcha 2025 11

Image Credit: YouTube (DD National)

Sports Icons Share Exam Strategies On Pariksha Pe Charcha: परीक्षा पर चर्चा का सातवां एपिसोड रिलीज हो चुका है जिसमें बॉक्सर और ओलंपिक मेडल विजेता मैरी कॉम, दो बार की पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और निशानेबाज अवनी लेखरा और भारतीय शटलर सुहास लालिनाकेरे जैसे स्पोर्ट्स आइकॉन शामिल हुए। इन्होंने बच्चों को कुछ टिप्स दी कि कैसे यह एग्जाम के दौरान आने वाले प्रेशर को मैनेज कर सकते हैं। आपको बता दें कि परीक्षा पर चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पहल है जिसका आठवां एडिशन चल रहा है। इस बार फॉर्मेट में काफी बदलाव किए गए हैं-

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प्रधानमंत्री ने इसकी जानकारी दी 

मैरी कॉम जैसे स्पोर्ट्स आइकन्स ने की परीक्षा के दबाब पर बात

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17 फरवरी, 2025 को PPC 2025 का सातवां एपिसोड रिलीज हुआ। इसमें दिग्गज एथलीट मैरी कॉम, सुहास लालिनाकेरे यतिराज और अवनी लेखरा ने छात्रों के साथ बातचीत के दौरान अनुभव साँझा किए। उन्होंने परीक्षा के दबाव से निपटने में लचीलापन, ध्यान और अनुशासन जैसे विषयों पर चर्चा की।

मैरी कॉम

मैरी कॉम ने मुक्केबाजी के अपने सफ़र पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि खेलों में आने वाली महिलाओं के प्रति समाज का नजरिया क्या था और खेलों में महिलाओं के बारे में सामाजिक अपेक्षाओं पर काबू पाने से उन्हें अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली। उन्होंने चुनौतियों का सामना करने की सलाह दी।

जब मैंने पहली बार बॉक्सिंग शुरू की, तो लोगों ने कहा, 'बॉक्सिंग महिलाओं का खेल नहीं है।' मैंने इसे एक चुनौती के रूप में लिया। मैं सभी को गलत साबित करना चाहती थी, सिर्फ़ अपने लिए ही नहीं बल्कि सभी महिलाओं के लिए..."

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वह कहती हैं, "यदि आप चुनौतियों का सामना करना चाहते हैं, तो आपको काफी मजबूत होना चाहिए... मैं कई चुनौतियों का सामना करने के बाद चैंपियन बनी। यदि मैं ऐसा कर सकती हूं, तो आप क्यों नहीं कर सकते?"

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सुहास लालिनाकेरे

आईएएस अधिकारी और पैरालिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट सुहास लालिनाकेरे यतिराज ने मेंटल फ्लैक्सिबिलिटी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आपका दिमाग सबसे बड़ा दोस्त और दुश्मन दोनों हो सकता है। उन्होंने दूसरे लोगों पर ध्यान कम और खुद की तैयारी पर भरोसा करने को कहा।

वे कहते हैं, "आपको सबसे पहले खुद से पूछना चाहिए कि आप जो भी क्षेत्र चुनेंगे, क्या उसमें आप शीर्ष 5% तक पहुँच सकते हैं। दूसरी बात, क्या आपमें इसे आगे बढ़ाने का जुनून है? और अगर आपका दिल हाँ कहता है, तो आपके माता-पिता भी इसके लिए सहमत होंगे।"

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भारतीय शटलर सुहास लालिनाकेरे यतिराज ने एक मजेदार गतिविधि आयोजित की और जीवन से नकारात्मकता को दूर करने की एक तकनीक साँझा की।

अवनी लेखरा

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अवनी लेखरा ने लक्ष्य-निर्धारण और सफलता प्राप्त करने में अनुशासन की भूमिका पर चर्चा करके योगदान दिया। अवनी ने बताया कि कैसे फेलियर के बावजूद वापसी की जा सकती है। इसके साथ ही निरंतरता का महत्व समझाया। स्ट्रेस मैनेज करने के लिए व्यायाम के ऊपर जोर दिया।

वह कहती हैं, "निरंतरता बहुत मायने रखती है। अगर आप रोजाना पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई करेंगे, तो आप उसे याद रख पाएंगे। कुछ श्वास संबंधी व्यायाम हैं जो आपकी हृदय गति को नियंत्रित रखने और आपको शांत रखने में मदद करते हैं।"

बच्चों ने अपना अनुभव बताया 

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Avani Lekhara Pariksha Pe Charcha Mary Kom