Struggle Behind Making Of The Kashmir Files: सच भले ही देरी से आये पर जब आता है तो धमाकेदार ओपनिंग के साथ ही आता है। ऐसा ही कुछ "दी कश्मीर फाइल्स" फिल्म के साथ हुआ। स्क्रीन ओपनिंग कम मिली, प्रमोशन भी कम पर फिर भी बिग-बजट फिल्म "राधे श्याम" को पिछाड़ते हुए ऑडियंस की पहली पसंद बन रही है।
पहले दिन 4.25 करोड़ और दूसरे दिन 10.10 करोड़ की कमाई की ग्रैंड ओपनिंग करने वाली फिल्म 1990 के कश्मीरी पंडितो के पलायम पर बेस्ड है। सेंसिटिव टॉपिक को कवर करना कभी आसान नहीं होता और वो भी तब, जब जान का खतरा भी साथ में हो, इसके लिए फिल्म के डायरेक्टर और पूरे क्रू को स्पेशल अप्रिसिएशन तो अवश्य मिलना चाहिए जो विवेक अग्निहोत्री इस फिल्म के डायरेक्टर और प्रोडूसर व एक्ट्रेस पल्लवी जोशी को ऑडियंस और प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी मिल रही है। इसी के साथ जानते है फिल्म के पीछे के एक्टर और प्रोडूसर के संघर्ष को-
फिल्म के बैकग्राउंड में क्या चल रहा था?
विवेक अग्निहोत्री जब कश्मीरी पंडित समुदाय के सुरेंद्र कोल से अमेरिका में मिले तब उन्होंने कश्मीरी पंडितो के साथ हुई बर्बता के बारे में बताया और चाहते है कश्मीरी पंडितो की कहानी सब तक पहुँचे। तब से विवेक ने इस इंसिडेंट पर फिल्म बनाने की ठानी। फिल्म को बनाने के लिए मेकर्स को तक़रीबन चार साल लगे। कई नेताओं के ब्यान के साथ कई सौ कश्मीरी पंडितो से ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी इकट्ठा की।
फिल्म की शूटिंग के दौरान क्या हुआ?
फिल्म की शूटिंग कोविड के दौरान हुई थी और कश्मीर के मौसम की मार डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री और उनकी पत्नी की कई धमकियाँ मिली। शूटिंग जब लगभग पूरी हो चुकी थी तब विवेक के नाम का "फ़तवा" जारी हो चुका था। ऐसे में शूटिंग कम्पलीट करके तुरंत निकलना ही सही समझा, वह शूटिंग पूरी करने के तुरंत बाद सीधा एयरपोर्ट चले गए। विवेक को शूटिंग रोकने से लेकर फिल्म रिलीज़ रोकने तक लगातार धमकियाँ मिलती रही जिसके चलते उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया था।
फिल्म के लिए ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी इकट्ठा करने के लिए विवेक ने अपनी पत्नी पल्लवी की मदद ली जो इस फिल्म की प्रोडूसर और एक्ट्रेस भी है।