/hindi/media/media_files/2025/02/25/bJwsHCGaQHI9Wh0SjveN.png)
Photograph: (LSE)
Swati Dhingra Reappointed As External Member Of The MPC: 24 फरवरी 2025 को भारतीय मूल की डॉ. स्वाति ढींगरा को बैंक ऑफ़ इंग्लैंड की तरफ से मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) के बाहरी सदस्य के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है। अब 2028 तक वह यह पद संभालेंगी। वह DU की पूर्व छात्र रह चुकी हैं। उन्होंने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया है। यह उनका सेकंड टर्म होगा। उन्होंने 2022 में मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी को ज्वाइन किया था। चलिए उनके बारे में जानते हैं-
कौन हैं Dr. Swati Dhingra? जिन्हें मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी में फिर से नियुक्त किया गया
1. बैंक ऑफ़ इंग्लैंड की तरफ से न्यूज रिलीज किया गया जिसमें वित्त मंत्री रेचेल रीव्स ने घोषणा की, 24 फरवरी 2025 को भारतीय मूल की डॉक्टर स्वाति ढींगरा को बैंक ऑफ़ इंग्लैंड की तरफ मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) के बाहरी सदस्य के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है।
2. 8 अगस्त, 2025 को उनका 3 साल का कार्यकाल खत्म होने वाला है लेकिन इससे पहले ही उन्हें फिर से नियुक्त कर लिया गया है। अब उनका कार्यकाल 2028 को खत्म होगा।
3. प्रेस रिलीज में बताया गया कि यह पुनर्नियुक्ति, सार्वजनिक नियुक्तियों के लिए गवर्नेंस कोड की आवश्यकताओं के अनुरूप, Exchequer के चांसलर द्वारा की गई थी।
4. स्वाति ढींगरा एक मशहूर अर्थशास्त्री हैं। वह लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) में इकोनॉमिक्स की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उन्हें ट्रेड पॉलिसी (व्यापार नीति) में विशेषज्ञता हासिल है। इसके अलावा, वह LSE में सेंटर फॉर इकोनॉमिक परफॉर्मेंस से भी जुड़ी हुई हैं।
5. उनके रिसर्च को बहुत जगह से फंड मिला है जैसे इकोनामिक एंड सोशल रिसर्च काउंसिल, यूरोपीय रिसर्च काउंसिल, इंटरनेशनल ग्रोथ सेंटर और यूके रिसर्च एंड इनोवेशन।
6. उन्हें ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के रिसर्च एक्सीलेंस पीपल्स चॉइस अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया।
7. डॉ. स्वाति ढींगरा 1 जनवरी 2023 से रिव्यु ऑफ़ इकोनॉमिक स्टडीज की डायरेक्टर हैं। इसके अलावा, वह यूके के ट्रेड मॉडलिंग रिव्यू एक्सपर्ट पैनल और LSE के इकोनामिक डिप्लोमेसी कमिशन में भी शामिल रह चुकी हैं।
8. उनके काम की वजह से उन्हें नेशनल और इंटरनेशनल दोनों लेवल पर महत्वपूर्ण पहचान मिली है।
9. स्वाति ढींगरा ने अपने क्षेत्र के जर्नल में एडिटोरियल लेवल पर भी योगदान दिया है। उनका काम जर्नल ऑफ इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स और रिव्यू ऑफ इकोनॉमिक स्टडीज में पब्लिश किया गया है।
10. भारतीय मूल की डॉक्टर स्वाति ने दिल्ली यूनिवर्सिटी और विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। इसके साथ ही उन्होंने इकोनॉमिक्स में पीएचडी किया है। उनकी विशेषज्ञता इकोनामी, ट्रेड पॉलिसी और इंडस्ट्रियल ऑर्गेनाइजेशन है।