Taliban Bans Female Mannequin: अफ़ग़ानिस्तान में 15 अगस्त से तालिबान का कब्ज़ा है और वही रूल कर रहे हैं। तालिबान जब से आये हैं उन्होंने इस्लाम के नाम पर कई बड़े बड़े बदलाव किये हैं। अभी हाल में भी तालिबान ने दुकानदारों को आर्डर दिए हैं कि वो दूकान में रखे जाने वाले पुतलों के सर हटड़े क्योंकि वो एक इस्लामिक नहीं हैं।
तालिबान ने दुकानदारों को पुतलों के सर हटाने के आर्डर क्यों दिए?
तालिबान का कहना है कि हम स्टेचू यानि पुतले की पूजा करते हैं इस्लाम की किताब के हिसाब से। इसलिए इनके ऊपर ऐसे कपडे बेंचने के लिए नहीं लगाना चाहिए। इन्होंने इसके कारण सभी पुतलों के सर हटाने के आर्डर दिए हैं। अब सर ढंककर भी काम नहीं चलेगा और सर हटाना ही पड़ेगा वरना इनके खिलाफ स्ट्रिक्ट एक्शन लिए जाएंगे। दुकानदारों का कहना है कि इसके कारण से इनको कई नुकसान झेलने पड़ रहे हैं और इनकी सेल्स भी बहुत कम हो गयी है।
मर्जीअ बबकरहाइल जो कि अफ़ग़ान की महिलाओं के अधिकार के लिए लड़ती हैं का कहना है कि यह बहुत ही बचकानी हरकत है। ऐसी हरकतें एक सरकार को शोभा नहीं देती हैं और इससे इनका बुरा चेहरा साफ़ दिख रहा है। इन्होंने कहा " तालिबान एक पुतले को भी सेहन नहीं करपा रहे हैं यह महिलाओं की आवाज को कैसे सुनेंगे।"
तालिबान ने महिलाओं की यात्रा पर क्या रोक लगायी है?
तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान की महिलाओं के लिए कई नए रूल बनाए हैं जिन से यह उन्हें दबा सकें। हाल में इन्होंने एक नया आदेश जारी किया है कि महिलाएं अकेले सफर नहीं कर सकती हैं। अगर यह 72 किलोमीटर से ज्यादा दूर जा रही हैं तो इनके साथ कोई पुरुष जरूर होना चाहिए। इसके अलावा इन्होंने यह भी कहा कि ऐसी महिलाएं तो सर पर कपड़ा नहीं बांधेगी उनको सवारी नहीं दी जाएगी।
मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन ने कहा की महिला के साथ वाला पुरुष कोई खास रिश्तेदार ही होना चाहिए। स्पोक्सपर्सन हाकिफ़ मोहाजिर ने कहा कि यह रूल्स नहीं है बल्कि धार्मिक दिशा निर्देश हैं। इस तरीके की रोक से महिलाओं का फ्रीली घूमने बंद हो जाएगा और इनके ऊपर रोक लगा दी जाएगी। यह सिटी से दूसरी सिटी भी आसानी से नहीं जा पायेगी। इनके अलावा अगर किसी महिला को उसके घर में कोई परेशानी है जैसे की हिंसा तो फिर वो भाग भी नहीं सकती है।