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59 चीनी ऐप बैन कर दिए हैं।
इन चीनी ऐप में टिक टोक भी शामिल है। ये बैन इसलिए लगाया गया है क्योंकि इन ऐप से इन्फॉर्मेशन डायवर्सन(diversion) होसकता है और प्राइवेसी इश्यूज आसकते हैं जो भारत को चीन से लड़ने में कमज़ोर कर सकते हैं।
टिक टोक के बैन होने से कई कंटेंट क्रिएटर्स का करियर दांव पर लग गया है।
टॉप 10 क्रिएटर्स में निशा गुरगें हैं जिनके 21 मिलियन फ़ॉलोवेर्स हैं, अरिष्फ़ा खान जिनके करीब 20 मिलियन से ज़्यादा फॉलोवर हैं, जन्नत ज़ुबैर, अवनीत कौर, गरिमा चौरसिया,मंजुल खट्टर, समीक्षा सूद जैसे कई लोग हैं जो अब सोच रहे हैं कि आगे क्या होगा।
ये सब पहले ही पैसे ले चुके हैं कई ब्रांड्स से और टॉप टिकटोक स्टार होने की वजह से एंडोर्समेंट्स डील्स भी फाइनल कर चुके हैं।
25 साल की एक्ट्रेस निकिता कुमार कहती हैं कि टिकटोक पर बैन कंटेंट क्रिएटर्स, एक्टर्स और डांसर्स के लिए एक बड़ा लॉस है। टिकटोक एक ऐसा प्लेटफार्म था जहां लोग कास्ट और क्लास के भेदभाव के बिना अपना टैलेंट शोकेस कर सकते थे।
"ये निराशाजनक बात है कि आम आदमी ने पान्डेमिक के दौरान एक और प्लेटफार्म खो दिया जब नेपोटिस्म और बाहरवालों के साथ सौतेले व्यवहार जैसे रेजिंग टॉपिक पर डिबेट चल रही है।"
एक यूजर ने बात करते हुए हमें बताया कि कैसे टिकटोक उनके मनोरंजन का माध्यम था जहाँ एक इंट्रोवर्ट जिसके अंदर फिल्मी कीड़ा है जो दुनिया के सामने भले ही ना बोलता हो पर वो वीडियो बना कर खुद को एक्सप्रेस और एंटरटेन कर सकता था।
यूजर बताती हैं कि वो अपने आप को कैमरे के सामने देखकर बहुत खुश होती थी और अपनी आंखों के हाव भाव को एक्सपेरिमेंट करती थीं।
वो कहती हैं कि "अगर सरकार ने इसे बैन किया है तो कोई बात नहीं पर मुझे एक और एंटरटेनमेंट का साधन ढूंढना पड़ेगा और ऐसा कोई भारतीय एप्प अगर आता है तो मैं उसे ज़रूर इंस्टॉल करूँगी।"
हमने एक और यूजर से बात की जो कि हर रोज़ 3-4 टिकटोक बनाती थीं। वो कहती हैं कि टिकटोक में कई अलग अलग तरह के वीडियोस और चैलेंजेस आते थे जिससे पान्डेमिक के समय उनका दिल बहलता रहता था।
"पर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है और मैंने भारतीय ऐप 'रोपोसो' भी डाउनलोड कर लिया है। अब मैं उसपर वीडियो बनाती हूँ।"
और पढ़िए- LAC पर कर्नल संतोष बाबू शहीद : मां ने कहा खुश हूं बेटा देश के काम आया
इन चीनी ऐप में टिक टोक भी शामिल है। ये बैन इसलिए लगाया गया है क्योंकि इन ऐप से इन्फॉर्मेशन डायवर्सन(diversion) होसकता है और प्राइवेसी इश्यूज आसकते हैं जो भारत को चीन से लड़ने में कमज़ोर कर सकते हैं।
टिकटोक कंटेंट क्रिएटर्स का होगा लॉस
टिक टोक के बैन होने से कई कंटेंट क्रिएटर्स का करियर दांव पर लग गया है।
टॉप 10 क्रिएटर्स में निशा गुरगें हैं जिनके 21 मिलियन फ़ॉलोवेर्स हैं, अरिष्फ़ा खान जिनके करीब 20 मिलियन से ज़्यादा फॉलोवर हैं, जन्नत ज़ुबैर, अवनीत कौर, गरिमा चौरसिया,मंजुल खट्टर, समीक्षा सूद जैसे कई लोग हैं जो अब सोच रहे हैं कि आगे क्या होगा।
ये सब पहले ही पैसे ले चुके हैं कई ब्रांड्स से और टॉप टिकटोक स्टार होने की वजह से एंडोर्समेंट्स डील्स भी फाइनल कर चुके हैं।
टिकटोक बना सबसे ज़्यादा पॉपुलर एंटरटेनमेंट एप्प
टिक टोक ने 2020 के पहले क्वार्टर में ही 2 बिलियन का मुकाम पा लिया था। टिकटोक लॉक डाउन में एंटरटेनमेंट का एक पॉपुलर साधन बन चुका था। भारत जिसमे सबसे ज़्यादा टिकटोक यूज़र्स थे जिनका आंकड़ा 611 मिलियन से भी ज़्यादा था अब भारत सरकार ने उसी पर रोक लगा दी है।
एक्ट्रेस निकिता कुमार कहती है इसे एक बड़ा लॉस
25 साल की एक्ट्रेस निकिता कुमार कहती हैं कि टिकटोक पर बैन कंटेंट क्रिएटर्स, एक्टर्स और डांसर्स के लिए एक बड़ा लॉस है। टिकटोक एक ऐसा प्लेटफार्म था जहां लोग कास्ट और क्लास के भेदभाव के बिना अपना टैलेंट शोकेस कर सकते थे।
"ये निराशाजनक बात है कि आम आदमी ने पान्डेमिक के दौरान एक और प्लेटफार्म खो दिया जब नेपोटिस्म और बाहरवालों के साथ सौतेले व्यवहार जैसे रेजिंग टॉपिक पर डिबेट चल रही है।"
यूज़र्स ने बताया उनका रिएक्शन
एक यूजर ने बात करते हुए हमें बताया कि कैसे टिकटोक उनके मनोरंजन का माध्यम था जहाँ एक इंट्रोवर्ट जिसके अंदर फिल्मी कीड़ा है जो दुनिया के सामने भले ही ना बोलता हो पर वो वीडियो बना कर खुद को एक्सप्रेस और एंटरटेन कर सकता था।
यूजर बताती हैं कि वो अपने आप को कैमरे के सामने देखकर बहुत खुश होती थी और अपनी आंखों के हाव भाव को एक्सपेरिमेंट करती थीं।
वो कहती हैं कि "अगर सरकार ने इसे बैन किया है तो कोई बात नहीं पर मुझे एक और एंटरटेनमेंट का साधन ढूंढना पड़ेगा और ऐसा कोई भारतीय एप्प अगर आता है तो मैं उसे ज़रूर इंस्टॉल करूँगी।"
हमने एक और यूजर से बात की जो कि हर रोज़ 3-4 टिकटोक बनाती थीं। वो कहती हैं कि टिकटोक में कई अलग अलग तरह के वीडियोस और चैलेंजेस आते थे जिससे पान्डेमिक के समय उनका दिल बहलता रहता था।
"पर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है और मैंने भारतीय ऐप 'रोपोसो' भी डाउनलोड कर लिया है। अब मैं उसपर वीडियो बनाती हूँ।"
और पढ़िए- LAC पर कर्नल संतोष बाबू शहीद : मां ने कहा खुश हूं बेटा देश के काम आया