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वैक्सीन बर्बाद करने की FIR - अभी पूरे भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जोरो शोरों पर है। इस वक़्त हर एक इंसान की जान बचाने के लिए सबसे जरुरी है उसको वैक्सीन लगना। उत्तर प्रदेश में एक मामला सामने आया है जिस में अलीगढ के स्टाफ ने 29 कोरोना के सिरिंज डस्टबिन में फेकें।
रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़, यूपी के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक सहायक नर्स दाई और टीकाकरण प्रभारी पर कथित तौर पर COVID-19 टीकों को बर्बाद करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। जांच समिति द्वारा मामले की जांच के बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कथित तौर पर यह पाया गया कि नर्स निहा खान ने वैक्सीन के 29 सीरिंज को बिना प्रशासित किए नष्ट कर दिया था। इस बीच, इन चार्ज आरफीन ज़हरा को भी कथित तौर पर टीके की बर्बादी के बारे में पता होने लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित ने करने के लिए कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।
वैक्सीन बर्बाद करने की FIR इन ऊपर दर्ज कर दी गयी है और विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जिसमें सूचना की चूक, झूठी सूचना देना और जालसाजी शामिल है। खान इन आरोपों से साफ़ इंकार कर रही है।
अडिशनल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमके माथुर और डिप्टी सीएमओ दुर्गेश कुमार की जांच कमेटी द्वारा मामले की जांच के बाद सिंह ने नर्स का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त करने की मांग की। इन्होंने ये भी कहा कि इस तरीके का कोई भी आरोप सेहन नहीं किया जायेगा जो भी ऐसा करेगा उसको सजा मिलेगी।
इसकी वीडियो भी सभी जगह सोचिए मीडिया पर वायरल हो गयी है और भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने इसे शेयर भी किया है।
उत्तर प्रदेश वैक्सीन बर्बाद का पूरा मामला क्या था ?
रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़, यूपी के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक सहायक नर्स दाई और टीकाकरण प्रभारी पर कथित तौर पर COVID-19 टीकों को बर्बाद करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। जांच समिति द्वारा मामले की जांच के बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कथित तौर पर यह पाया गया कि नर्स निहा खान ने वैक्सीन के 29 सीरिंज को बिना प्रशासित किए नष्ट कर दिया था। इस बीच, इन चार्ज आरफीन ज़हरा को भी कथित तौर पर टीके की बर्बादी के बारे में पता होने लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित ने करने के लिए कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।
“हमें कूड़ेदान में वैक्सीन की 29 पूरी खुराक मिली है। जांच चल रही है और जल्द ही चीजें स्पष्ट हो जाएंगी, ”सर्कल अधिकारी विशाल चौधरी ने कहा
वैक्सीन बर्बाद करने की FIR इन ऊपर दर्ज कर दी गयी है और विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जिसमें सूचना की चूक, झूठी सूचना देना और जालसाजी शामिल है। खान इन आरोपों से साफ़ इंकार कर रही है।
अधिकारीयों ने इस पर क्या फैसला लिया है ?
अडिशनल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमके माथुर और डिप्टी सीएमओ दुर्गेश कुमार की जांच कमेटी द्वारा मामले की जांच के बाद सिंह ने नर्स का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त करने की मांग की। इन्होंने ये भी कहा कि इस तरीके का कोई भी आरोप सेहन नहीं किया जायेगा जो भी ऐसा करेगा उसको सजा मिलेगी।
इसकी वीडियो भी सभी जगह सोचिए मीडिया पर वायरल हो गयी है और भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने इसे शेयर भी किया है।