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कोरोना के मामल इंडिया में बढ़ते जा रहे हैं और ऐसे में ब्लैक और वाइट फंगस ने और भी ज्यादा टेंशन बड़ा रखी थी। लेकिन अब एक और फंगस येल्लो फंगस का पहला मामला भी इंडिया में सामने आया है। कहा जा रहा है कि ये वाइट और ब्लैक दोनों फंगस से खतरनाक है।
येल्लो फंगस का पहला केस उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में निकला है। इसका अभी इलाज किया जा रहा है और अंडर ऑब्जरवेशन रखा गया है।
1. एनर्जी कम रहना
2. आलस आना
3. भूख बिल्कुल न लगना
4. आँखें लटक जाना
5. चोट धीरे धीरे ठीक होना
6. वजन कम होना
येल्लो फंगस एक काफी जानलेवा बीमारी है इसके लिए जरुरी है कि आप आपके शरीर का बहुत ज्यादा ध्यान रखें और हर एक छोटी से छोटी दिक्कत को नज़अंदाज़ न करें। ये बीमारी एक अंदरूनी बीमारी है इसलिए इसको पता लगाने में समय लग सकता है। इसलिए जरुरी है कि थोड़ी सी लापरवाही न की जाए और ऊपर बताए गए कोई भी सिम्प्टम होने पर तुरंत इलाज के लिए जाया जाए।
येल्लो फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन इस्तेमाल किया जाएगा। ये एक एंटी- फंगल दवा है और ज्यादातर मामलों में यही इस्तेमाल होती है।
येल्लो फंगस होने का कारण है आस पास गंदगी का होना इसलिए सभी जगह घर में सफाई करते रहे। नमी कम से कम रखें क्योंकि उसी में बैक्टीरिया और फंगस पनपता है। पुराना और बासा खाना या फिर पॉटी को तुरंत फेकें और दूर ही रखें। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कम से कम नमी वाली जगह में रहें और अपने आस पास की चीज़ों पर ध्यान दें कि कहाँ बैक्टीरिया और वायरस पनप सकता है।
कहा निकला है येल्लो फंगस का पहला केस ?
येल्लो फंगस का पहला केस उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में निकला है। इसका अभी इलाज किया जा रहा है और अंडर ऑब्जरवेशन रखा गया है।
क्या होते हैं येल्लो फंगस के सिम्पटम्स ?
1. एनर्जी कम रहना
2. आलस आना
3. भूख बिल्कुल न लगना
4. आँखें लटक जाना
5. चोट धीरे धीरे ठीक होना
6. वजन कम होना
कैसे करें येल्लो फंगस का पता और आगे क्या करें ?
येल्लो फंगस एक काफी जानलेवा बीमारी है इसके लिए जरुरी है कि आप आपके शरीर का बहुत ज्यादा ध्यान रखें और हर एक छोटी से छोटी दिक्कत को नज़अंदाज़ न करें। ये बीमारी एक अंदरूनी बीमारी है इसलिए इसको पता लगाने में समय लग सकता है। इसलिए जरुरी है कि थोड़ी सी लापरवाही न की जाए और ऊपर बताए गए कोई भी सिम्प्टम होने पर तुरंत इलाज के लिए जाया जाए।
येल्लो फंगस का इलाज क्या है ?
येल्लो फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन इस्तेमाल किया जाएगा। ये एक एंटी- फंगल दवा है और ज्यादातर मामलों में यही इस्तेमाल होती है।
येल्लो फंगस होने का कारण क्या है ?
येल्लो फंगस होने का कारण है आस पास गंदगी का होना इसलिए सभी जगह घर में सफाई करते रहे। नमी कम से कम रखें क्योंकि उसी में बैक्टीरिया और फंगस पनपता है। पुराना और बासा खाना या फिर पॉटी को तुरंत फेकें और दूर ही रखें। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कम से कम नमी वाली जगह में रहें और अपने आस पास की चीज़ों पर ध्यान दें कि कहाँ बैक्टीरिया और वायरस पनप सकता है।