When Is Diwali 2023 Know Date Time And Importance: दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। यह त्यौहार देश के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है। पूरे देश में इसे बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। यह त्यौहार हिन्दू धर्म, सिख धर्म और जैन धर्म में बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाता है। हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से यह त्यौहार कार्तिक मास में मनाया जाता है। यह त्यौहार 5 दिनों का होता है इन पांच दिनों के त्यौहार के दौरान अलग-अलग दिनों में अलग-अलग त्यौहार मनाए जाते हैं। जिसमें से दीपावली सबसे अहम त्यौहार है। यह त्योहार आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर के बीच मनाया जाता है। आइये जानते हैं इस वर्ष कब है दिवाली-
कब है दिवाली?
दिवाली या दीपावली हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस वर्ष यह तिथि 12 नवंबर 2023 को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी। यह तिथि 13 नवंबर 2023 सोमवार की दोपहर 2 बजकर 56 मिनट तक रहेगी। हिन्दू धर्म में ज्यादातर त्यौहारों को उदयातिथि में मनाए जाते हैं लेकिन दिवाली शाम को होती है इस कारण से लक्ष्मी पूजन और दिवाली 12 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी।
दिवाली 2023 पर पूजा का मुहूर्त
दिवाली 12 नवंबर को पूरे देश में मनाई जायेगी, इसदिन पूजा का मुहूर्त शाम 5 बजकर 40 मिनट से 7 बजकर 36 मिनट तक है। इस समय लोग अपने अपने घरों में लक्ष्मी पूजन कर सकते हैं।
लक्ष्मी पूजा
दिवाली धन और समृद्धि की देवी देवी लक्ष्मी की पूजा से जुड़ी है। लोग अपने घरों को साफ करते हैं, तेल के दीपक जलाते हैं, अपने घरों को सजाते हैं और अपने जीवन में धन और समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं।
दिवाली का महत्त्व
दिवाली का बहुत अधिक आध्यात्मिक महत्व है क्योंकि यह अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के सातवें अवतार, भगवान राम राक्षस राजा रावण को हराने के बाद अपने राज्य अयोध्या लौट आए थे। दिवाली पारिवारिक समारोहों और सामाजिक मेलजोल का समय है। लोग अपने प्रियजनों के साथ उपहारों, मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करते हैं। यह एकजुटता की भावना को बढ़ावा देता है और पारिवारिक संबंधों को मजबूत करता है।
दिवाली सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं है, यह एक सांस्कृतिक असाधारण कार्यक्रम भी है। लोग अपने घरों को रंग-बिरंगी रंगोली से सजाते हैं, आतिशबाजी करते हैं और विशेष दिवाली मिठाइयों और व्यंजनों का आनंद लेते हैं। दिवाली विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों द्वारा मनाई जाती है, जो इसे विविधता में एकता का प्रतीक बनाती है। यह धर्म और समुदाय की बाधाओं को पार करते हुए लोगों को एक साथ लाता है।