Boxer Alfiya khan: अल्फिया तरन्नुआं खान पठान जो कि अल्फिया खान के नाम से जानी जाती हैं नागपुर की एक बॉक्सर हैं। यह पहली ऐसी नागपुर की महिला बॉक्सर हैं जिस ने इंटरनेशनल चैंपियनशिप में खेला है। इन्होंने पिछले साल दो बड़े ख़िताब हासिल किये। एक इंटरनेशनल बॉक्सिंग असोसिअशन में युथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप अप्रैल में और एक एड्रिएटिक पेरल टूर्नामेंट फरवरी में।
इन दो बड़े ख़िताब के होने से इनकी गिनती देश की अच्छी और कामयाब महिला बॉक्सर में होने लगी है। 2017 में इन्होंने बॉक्सिंग में खेलना शुरू किया और उसके बाद से कई मैडल जीते। इन्होंने दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रोंज मैडल नेशनल टूर्नामेंट में जीता है।
Boxer Alfiya khan: अल्फिया खान पठान कौन हैं?
अल्फिया नागपुर के मनकापुर रीजन से हैं। इनके माता पिता का नाम अकरम खान और नूरजहां खान है। इनका जन्म 18 फरवरी को 2003 में हुआ था। इनके दोनों भाई एथलिट हैं एक थ्रोबाल खेलता है और दूसरा बॉक्सर है जो नेशनल तपुरनमेंट में मैडल जीत चुका है।
अल्फिया पठान ने कैसे और कब की अपनी ट्रेनिंग शुरू?
अल्फिया खान ने 14 साल की उम्र में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स के अंडर में ट्रेनिंग चालू कर दी थी। जिस कोच ने इनके भाई को ट्रेनिंग कराई है उसने ही इनकी भी ट्रेनिंग कराई जिनका नाम गणेश पुरोहित है। इससे पहले अल्फिया बैडमिंटन खेला करती थी और उसी की तैयारी कर रही थी। अल्फिया अपने भाई को देख देख कर बॉक्सिंग की और आकर्षित हुई और फिर उसकी ही तैयारी करने लगीं।
अल्फिया ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि इनका पिता इनको बॉक्सिंग खेलते हुए देख कर खुश नहीं थे। इसके बाद अब इनके पिता ही इनके सबसे बड़े सुप्पोर्टर बन गए हैं। इनके परिवार में बॉक्सिंग करने वाली अल्फिया पहली महिला हैं।
अल्फिया नागपुर से पहली बॉक्सर हैं जो इंटरनेशनल टूर्नामेंट की इंडियन जूनियर टीम में शामिल हुई। अल्फिया ने एक पब्लिकेशन को बताया कि जब वो सुनती हैं कि नागपुर बॉक्सिंग के लिए फेमस नहीं है तब वो और ज़ोर लगाकर खेलती हैं ताकि और ज्यादा महिलाएं इस स्पोर्ट्स को खेलें। अल्फिया नागपुर से पहली महिला बनी जिनको 2018 में खेलो इंडिया स्पॉन्सरशिप मिली थी।