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Photograph: (X Via Veena Reddy)
US राजनयिक वीना रेड्डी इन दिनों चर्चा में बनी हुई हैं। दरअसल अब उनके नाम पर एक विवाद जुड़ गया है। जब से ट्रम्प शासन शुरू हुआ है तब से ही रोज नए फैसले लिए जा रहे हैं। ऐसे ही अब ट्रंप के राज में DOGE की शुरुआत की गई है जिसका नेतृत्व एलोन मस्क कर रहे हैं। अब DOGE द्वारा USAID ग्रांट को रद्द कर दिया गया है जिसके बाद भारत से जुड़ा एक मुद्दा सामने आया है जिसमें वीना रेड्डी का भी नाम जुड़ा हुआ है। चलिए इस मुद्दे को समझते हैं और वीना रेडी के बारे में भी जानते हैं-
कौन हैं USAID की Veena Reddy जिनके उपर BJP ने सवाल उठाए हैं
क्या है मामला?
ट्रम्प प्रशासन ने यह आरोप लगाया है कि USAID ने 21 मिलियन डॉलर की धनराशि CEPPS के माध्यम से उपलब्ध कराई। 16 फरवरी 2025 को एलोन मस्क के नेतृत्व में के द्वारा USAID के प्रोजेक्ट्स कैंसिल किए गए जिसमें वह $21 मिलियन भी शामिल हैं जो भारत में वोटर टर्न आउट बढ़ाने के लिए दिए गए हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की जांच में यह पाया गया है वोटिंग के लिए USAID द्वारा 21 मिलियन डॉलर भारत को नहीं बल्कि बांग्लादेश को दिए गए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ढाका को दिल्ली समझ लिया।
इसमें से 1.34 करोड़ डॉलर पहले ही बांट दिए गए हैं। ये पैसा बांग्लादेश के छात्रों के बीच "राजनीतिक और नागरिक जुड़ाव" के लिए था, जो जनवरी 2024 के चुनावों और उन चुनावों की ईमानदारी पर सवाल उठाने वाली परियोजनाओं के लिए इस्तेमाल हुआ। ये सब शेख हसीना को हटाने से सात महीने पहले हुआ।
19 फरवरी, 2025 को मियामी में FII प्राथमिकता शिखर सम्मेलन में बोलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सुझाव दिया कि बाइडेन प्रशासन ने भारत के चुनावों में दखल देने का प्रयास किया, उन्होंने कहा, "हमें भारत में मतदाता मतदान पर $21 मिलियन खर्च करने की आवश्यकता क्यों है? मुझे लगता है कि वे किसी और को निर्वाचित करने की कोशिश कर रहे थे।"
#WATCH | Miami, Florida | Addressing the FII PRIORITY Summit, US President Donald Trump says, "... Why do we need to spend $21 million on voter turnout in India? I guess they were trying to get somebody else elected. We have got to tell the Indian Government... This is a total… pic.twitter.com/oxmk6268oW
— ANI (@ANI) February 20, 2025
भाजपा सांसद महेश जेठमलानी ने वीना की भूमिका की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि 2021 में उन्हें भारत भेजा गया लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के बाद वह वापस उस चली गई। इस तरह उन्होंने चुनाव के बाद उनके भारत से चले जाने पर सवाल उठाया।
So #DOGE has discovered that #USAID allocated $21million for “voter turnout” in India ,a euphemism for paying voters to cast their votes to effect regime change. #VeenaReddy was sent to India in 2021 ( ominous?) as head of USAIDs Indian mission . Post #loksabha elections 2024 (…
— Mahesh Jethmalani (@JethmalaniM) February 16, 2025
वीना रेड्डी कौन हैं?
वीना रेड्डी का संबंध भारत के आंध्र प्रदेश से है। वह भारतीय-अमेरिकी राजनयिक हैं। उन्होंने 5 अगस्त 2021 को USAID को ज्वाइन किया। उन्होंने "कोलंबिया यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ" से "डॉक्टर ऑफ ज्यूरिसप्रूडेंस" और "यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो" से MA और BA की पढ़ाई की है। इससे पहले रेड्डी ने न्यूयॉर्क, लंदन और लॉस एंजिल्स में एक कॉर्पोरेट वकील के रूप में काम किया है। वीना पहली भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्होंने भारत और भूटान में USAID का नेतृत्व किया है। वीना ने कंबोडिया में USAID की मिशन निदेशक के तौर पर काम किया। इसके पहले उन्होंने हैती में उप मिशन निदेशक के तौर पर काम किया।