Women Polling Booth: असेंबली इलेक्शन आने वाले हैं और अब इसकी डेट भी आ चुकी हैं। इसको लेकर इलेक्शन कमीशन ने कहा है कि हर एक कोंस्टीटूएंसी में कम से कम एक मतदान केंद्र महिला को दिया जाए। इस बार के अस्सेब्ली एलक्शन इस बार 5 राज्य में हो रहे हैं गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश।
हर कोंस्टीटूएंसी में कम से कम एक मतदान केंद्र महिला को दिया जाए
इन सभी स्टेट में जब इलेक्शन होंगे तब हर एक कोंस्टीटूएंसी में कम से कम एक मतदान केंद्र महिला को देना अनवार्य कर दिया है। इससे समानता को बढ़ावा मिलेगा और महिला चुनाव की इस प्रक्रिया में और अच्छे से सहयोग कर पाएंगी। इलेक्शन कमिश्नर सुशील चंद्र का कहना है कि कुल असेंबली की सीटें 690 हैं और पोलिंग बूथ 1620 हैं।
इस साल कम से कम 1834 करोड़ इलेक्टर्स चुनाव में हिस्सा लेने वाले हैं। इस में से 855 करोड़ महिलाएं होंगी। इलेक्शन कमिश्नर का कहना है कि इस बार महिलाएं चुनाव में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। सभी स्टेट्स में महिलाओं का योगदान हर साल के मुकाबले ज्यादा देखा गया है। इन 5 राज्यों में 249 लोग ऐसे हैं तो पहली बार एलेक्टर बनेंगे यानि कि वोट देंगे।
इलेक्शन कमिशन का चुनाव को लेकर क्या कहना है?
इस बार इलेक्शन कमीशन ने तीन चीज़ों पर फोकस कर रहे हैं। पहला है कोरोना से सुरक्षा, दूसरा है आसानी से चनाव होना और तीसरा है ज्यादा से ज्यादा वोटिंग होना। चुनाव आयोग का कहना है कि इस बार हम 6 महीने से चनाव की तैयारी कर रहे हैं। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को ध्यान में रखकर चुनाव की पूरी तैयारी हो रही है।
दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर वो पंजाब में चनाव जीतते हैं तो महीने के 1,000 रूपए सभी को हर महीने दिए जायेंगे। सोनू सूद की बहन मालविका सूद इस बार के असेंबली इलेक्शन लड़ने के लिए तैयार हैं और यह पंजाब से लड़ेंगी।