सलिल त्रिपाठी नाम के 36 साल के आदमी ने लॉकडाउन के दौरान जोमाटो पर डिलीवरी का काम चालू किया था। यह एक होटल मैनेजमेंट ग्रेजुएट था और कोरोना काल में इसकी नौकरी चल गयी थी।
Zomato Founder Supports Staff Family
सलिल की एक सड़क हादसे में मौत हो गयी थी। यह एक्सीडेंट दिल्ली के रोहिणी में हुआ था। इसके बाद जोमाटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने आश्वासन दिया की अपने इस डिलीवरी एग्जीक्यूटिव के परिवार की पूरे तरीके से मदद करेंगे। इन्होंने यह तक कहा कि यह सलिल की बीवी को नौकरी भी देंगे।
सलिल की बीवी है और एक 10 साल का बेटा है। सलिल के बाद इनका ध्यान रखने वाला और घर का खर्चा उठाने वाला कोई नहीं है। जोमाटो के फाउंडर ने आज ट्वीट के ज़रिये इस कहानी के बारे में सभी को बताया। इन्होंने कहा कि जोमाटो के कार्यकर्ताओं ने मिलकर सलिल के परिवार के लिए 12 लाख रूपए इक्कठे किए हैं और इसके अलावा भी परिवार को 10 लाख रूपए इन्शुरन्स के दिए जाएंगे।
जोमाटो ने कैसे की अपने वर्कर की मदद?
जोमाटो पूरे तरीके से इस परिवार की मदद करना चाहता है चाहे फिर वो बीवी को नौकरी देकर हो अगर वो करना चाहे तो या फिर बच्चे की पढाई का खर्चा उठाकर। सलिल की बीवी का नाम सुचेता है और तब से इस दुखद घटना के बारे में लोगों को मालूम हुआ ह वो हर तरीके से परिवार की मदद कर रहे हैं।
सलिल का एक भाई है जिस ने बताया कि इनको 8 लाख रूपए लोग अभी तक दान के रूप में दे चुके हैं। यह ऑनलाइन खाना आर्डर करने का चलन आजकल बहुत चल गया है खास तौर पर लॉकडाउन में। किसी भूखे को कोई हर मुश्किल मौसम में गरम गरम खाना घर पर लाकर दे इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता है। आजकल हर कोई अपने घर पर खाना आर्डर करता है और वो ऐसे लोगों की श्मिट समझते हैं जो बारिश, ठण्ड और गर्मी में उन तक गरम मनपसन्द खाना पहुंचाते हैं।
पुलिस ने इस एक्सीडेंट मामले में क्या कार्यवाही की है?
इस डिलीवरी मैन का क्सिडेंट एक कार से हुआ था। इस कार को चलाने वाले का नाम ज़िले सिंह है। एक्सीडेंट तेज़ गाड़ी चलाने के कारण से हुआ था और आस पास के लोगों का कहना था कि कार चलाने वाले ज़िले सिंह ने पी रखी थी। सलिल की ऑन स्पॉट तुर्रंत मौत हो गयी थी। ज़िले सिंह के खून के सैंपल अभी जांच के लिए भेजे गए हैं कि इन्होंने एक्सीडेंट के वक़्त पी रखी थी या नहीं। पुलिस अभी इन रिपोर्ट्स का इंतज़ार कर रही है।