6 Things That Are Often Said To Demand Dowry: दहेज की मांग करना कई देशों में गैरकानूनी और अनैतिक है। क्योंकि यह लैंगिक असमानता को कायम रखता है और परिवारों पर वित्तीय बोझ डालता है। लेकिन यह प्रथा सालों से समाज में चली आ रही है। बेटी के माता-पिता अपनी बेटी की शादी करने के लड़के के परिवार को एक बड़ी रकम चुकाते हैं और अगर वे ऐसा नहीं पाते हैं तो लड़कियों के साथ उनके ससुराल में गलत तरह का व्यवहार किया जाता है या फिर उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। लेकिन दहेज़ प्रथा पर बने कानूनों के चलते आज-कल लोग सीधे से दहेज़ नहीं मांगते हैं वो दहेज़ मांगने के लिए अलग-अलग तरह के रीजन देते हैं और बहुत सी चीजों का हवाला देते हैं। आइये जानते हैं ऐसी कौन सी बातें हैं जिन्हें दहेज़ मांगने के लिए बोला जाता है।
6 बातें जो अक्सर दहेज मांगने के लिए कही जाती हैं
1. "हमें उमीद है कि आपकी बेटी को नए घर में आरामदायक लाइफ मिलेगी"
इस बात को बोलकर अप्रत्यक्ष रूप से लड़की के परिवार से दहेज़ की अपेक्षा की जाती है। क्योंकि ऐसा बोलकर लड़की के परिवार को यह दर्श्याया जाता है कि लड़की की अच्छी लाइफ के लिए आपके द्वारा दहेज़ दिया जाना चाहिए। आज-कल के समय में लोग डायरेक्ट दहेज़ की मांग न करके ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
2. "हमें अपने बेटे के भविष्य से बहुत सी उम्मीदें हैं हमें पूरा भरोषा है आप उन्हें पूरा करने में सहयोग करेंगे"
इस बात का सीधा सा तात्पर्य होता है कि हमने अपने बेटे को इन उम्मीदों से बड़ा किया है कि भविष्य में वह मोटी रकम लायेगा और आप उसे ऐसा करने में दहेज़ देकर सहायता कर सकते हैं। यह बात शादी के दौरान उनके वित्तीय सहायता या उपहारों की मांग को दिखाता है।
3. "हमारे परिवार के कुछ रीति-रिवाज और उम्मीदें हैं हमें आशा है कि आप उन्हें जरुर पूरा करेंगे"
इस बातों से तात्पर्य दहेज़ से होता है लेकिन डायरेक्ट बोलने की जगाह उसे रीति-रिवाज का नाम दिया जाता है क्योंकि भारतीय परम्परा में रीति-रिवाज सामाजिक रूप से बहुत मायने रखते हैं और लोग उन्हें पूरा करते हैं। इन्हीं रीति-रिवाजों में ही दहेज़ भी शामिल किया जाता है।
4. "हमारा बेटा पढ़ा लिखा है और एक ऊँचे खानदान से भी आता है"
इस बात का सीधा सम्बन्ध इससे होता है कि हमने बेटे को पढ़ाया है वह पढ़ा-लिखा है तो वह शादी के लिए एक मोटी रकम वह डिजर्व करता है। बेटे की हाई एजुकेशन की भरपाई लड़की के परिवार वालों से करने की कोशिश की जाती है।
5. "हम आपकी बेटी को एशो आराम की जिंदगी जीते देखना चाहते हैं लेकिन हमारे बेटे की इनकम अभी कम है"
ऐसी बातें लड़की के परिवार को बोली जाती हैं ताकि उन्हें अपनी बेटी के भविष्य की चिंता हो और लड़के की कमाई को देखते हुए वह दहेज़ के रूप में एक बड़ी रकम लड़के वालों को शादी के दौरान दें। इस तरह लड़के वालों को एक मोती रकम भी मिलती और वह यह भी कह सकते हैं कि उन्होंने तो दहेज़ माँगा ही नहीं।
6. "हमने अपने बेटे की एजुकेशन और परवरिश में बहुत खर्च किया है"
यह बात लड़की के परिवार को कहते हुए यह उम्मीद की जाती है कि लड़के के परिवार ने जो लड़के को पढाने और पालने में खर्च किया है उसकी भरपाई लड़की का परिवार दहेज़ के रूम में करे।