Feminism Is Not Only For Women : समाज में फेमिनिज्म को लेकर अब एक नेगेटिव पर्सपेक्टिव लोगों के दिमाग में बैठ गया है जिसमें यह केवल महिलाओं की सहायता कर सकते हैं पर उनका समझना यह भी जरूरी है कि फेमिनिज्म केवल महिलाओं के लिए ही नहीं पुरुषों के लिए भी है
महिलाएं ही नहीं पुरुषों के लिए भी है फेमिनिज्म
फेमिनिज्म को हमेशा फीमेल के साथ जोड़ा जाता है और इसी वजह से यह भी माना जाता है कि यह केवल महिलाओं के लिए ही होता है और केवल महिलाओं के द्वारा ही इनीशिएटिव लिया गया है पर केवल यही समझ कर फेमिनिज्म को अपने दिमाग में लेकर चलना गलत है, क्योंकि पुराने समय से लेकर अब तक केवल महिलाएं ही नहीं है फेमिनिज्म में पुरुषों ने भी अपना पूरा योगदान दिया है और आज भी ऐसे पुरुष है जो फेमिनिस्ट है, और इसी विषय में हमने आज आर्टिकल में बताया है की कैसे केवल महिला ही नहीं पुरुषों के लिए भी फेमिनिज्म है
इक्वल अपॉर्चुनिटी मिलना
फेमिनिज्म कभी भी बॉयसनेस की बात नहीं करता यह हमेशा इक्वलिटी की तरफ ध्यान देता है की महिलाएं और पुरुषों को समाज में एक जैसा स्थान मिले यहां इक्वल ऑपच्यरुनिटी, एजुकेशन, अपॉइंटमेंट और भी चीजों में इन्हीं बातों को एश्योर किया जाता है कि पुरुष और महिला साथ में इक्वल हो, ना कि पुरुषों को महिलाओं से कम रखने की बात करी जाती है और इसी चीज को ना समझते हुए समाज में फेमिनिज्म को गलत तौर पर देखा जाता है
टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी को चलेंगे करना
फेमिनिस्ट टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी को हटाने के बात करते हैं, और पुरुषों को भी इनकरेज करते हैं कि वह किसी भी नेगेटिव कार्यों में ना पड़े जिससे उसका बुरा असर महिलाओं पर और उनके जीवन पर पड़ सकता है इसलिए फेमिनिज्म द्वारा पुरुषों के प्रति यह एक्सपेक्टेशन रखा गया है कि मैं किसी भी तरह का अग्रेशन, डोमिनेंस महिलाओं के प्रति नहीं करेंगे जिस वजह से समाज में पुरुषों और महिलाओं में एक इक्वलिटी बनी रहे और पुरुष अपना एक पॉजिटिव साइड समाज की तरफ लेकर आए
लीगल इक्वलिटी
अभी तक सारे फेमिनिस्ट मूवमेंट का महिलाओं और पुरुषों के बीच लीगल इक्वलिटी को लाने के लिए भी एक बहुत इंपॉर्टेंट रोल रहा है जिसमें उन्होंने मैरिज, डायवोर्स जेंडर बॉयसनैस इन सभी की बात करी है जिसमें केवल महिलाओं को ही नहीं पुरुषों को भी बेनिफिट मिलता है, पर फिर भी समाज पर इस चीज पर ध्यान नहीं दिया जाता है केवल फेमिनिज्म के खिलाफ नेगेटिव पर्सपेक्टिव ही दिखाया जाता है जिस वजह से लोग हमेशा फेमिनिस्ट और फेमिनिज्म को गलत समझते हैं
पुरुषों के मेंटल हेल्थ के प्रति सहयोग
फेमिनिज्म सोसाइटी में हो रहे पुरुष और महिलाओं के बीच में स्टीरियोटाइप को सबके सामने लेकर आता है जो एक सोसाइटी नॉर्म्स को चलेंज और प्रमोट करता है इसमें पुरुषों के मेंटल हेल्थ की बात करी जाती है और यह भी कोशिश किया जाता है कि पुरुष अपनी सारी फिलिंग को एक्सप्रेस करें जिससे उनको सपोर्ट मिल पाए और फेमिनिज्म हमारे समाज में हो रहे हैं उन सभी स्टिग्मा को भी तोड़ता है जो पुरुषों के मेंटल हेल्थ के खिलाफ बनाए गए हैं