Gender Inequality At Workplace: दुनिया तेजी से विकसित हो रही है। आज इंसान चांद और मंगल तक पर पहुंचने की क्षमता रखता है। नई-नई टेक्नोलॉजी रोज अपना नया करिश्मा दिखा रही है। परंतु आज भी बहुत जगह रूढ़िवादी सोच बसी हुई है। संसार के इतना आगे बढ़ने पर भी कुछ जगह सोच आगे नहीं बढ़ पा रही है। यह अत्यंत दुखद बात है कि आज भी वर्कप्लेस पर असमानता होती है। जानिए कुछ असमानताएं जो औरतों को वर्कप्लेस पर आज भी फेस करनी पड़ती है।
जानिए आज भी क्यों है वर्कप्लेस पर असमानता
1. असमान इनकम
आज भी बहुत जगह पर पुरुषों के कंपैरिजन में औरतों को कम पेमेंट मिलती है। सेम ही लेवल की डिग्री और स्किल होने पर भी औरतों की वैल्यू कुछ जगहों पर कम है।
2. मदर्स से बायस
आज भी बहुत सारे लोग यह रूढ़िवादी सोच रखते हैं कि महिलाओं को चार दिवारी में ही कैद रहना चाहिए और बच्चों और परिवार को ही संभालते रहना चाहिए। ऐसे में कई जगह मां बन चुकी महिलाओं को कम काम दिया जाता है या उन्हें काम के काबिल नहीं समझा जाता। बहुत जगह यदि कभी कोई महिला अपने बच्चों को संभालने की जगह अपने काम को ज्यादा प्राथमिकता देती है तो यह भी गलत तरीके से देखा जाता है एवं शर्मनाक समझा जाता है।
3. कम प्रमोशन
कई वर्कप्लेस पर महिलाओं को प्रमोशन भी पुरुषों के मुकाबले कम मिलता है। वर्कप्लेस पर प्रमोशन का आधार परफॉर्मेंस और पोटेंशियल होना चाहिए ना की जेंडर।
4. हैरेसमेंट
कई जगहों पर महिलाओं को शारीरिक और मानसिक हैरेसमेंट भी सहना पड़ता है जो की बहुत शर्मनाक बात है। कई बार 'मी टू' जैसे मूवमेंट्स ने भी जोर पकड़ा, जिससे महिलाओं ने खुलकर अपनी बातों को सामने रखा। परंतु इसके बावजूद भी ऐसी घटनाएं देखने को मिलती है।
5. रिप्रेजेंटेशन करने ना देना
आज भी कई महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को रखना ज्यादा असरदार माना जाता है। इन जगहों पर महिलाओं के विचार और धारणाओं को पुरुषों के मुकाबले कम आंका जाता है। बहुत जगह पर महिलाओं को अपनी बातें रखने का भी मौका नहीं दिया जाता। आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से कदम से कदम मिलाकर चलने में सक्षम है। ऐसे में अत्यंत अनिवार्य है कि उन्हें उचित रिप्रेजेंटेशन दी जाए।