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Inspiring Women Overcome Adversity: हमारे समाज में महिलाओं ने कमाना शुरू कर दिया है लेकिन यह बात अभी भी मानी जाती है कि घर का खर्चा पुरुषों की कमाई से चलता है। महिलाओं की कमाई से खर्चे पूरे नहीं होते हैं लेकिन यह सिर्फ पितृसत्तात्मक सोच को दिखाता है जो यह बात मानने को तैयार नहीं है कि महिलाएं तो घर भी संभाल सकती है और बाहर जाकर कमाई भी कर सकती है। आज के समय में पुरुष इस बात को लेकर महिलाओं को नीचा नहीं दिखा सकते हैं कि महिलाएं पैसा नहीं कमाती हैं या फिर सिर्फ उनकी वजह से ही घर चलता है। आज हम आपके साथ ऐसी महिलाओं की कहानी लेकर आ रहे हैं जिन्होंने मजबूरियों के चलते घर की कमान संभाली और पूरे घर का बोझ खुद उठाना शुरू किया-
International Women's Day पर पढ़ें इन महिलाओं की कहानी जिन्होंने मजबूरियों के चलते संभाली घर की कमान
पति ने छोड़ा काम तो अर्थिक तंगी के चलते शुरू किया काम
पंजाब के एक गांव की गृहणी ने बताया, उसके पति की काम छोड़कर घर पर पड़े रहने की आदत पूरे परिवार को आर्थिक तंगी की ओर धकेल रही है। उनके तीन बच्चे हैं जिसमें से दो बेटियां हैं और कई बार उनकी बेटियों के ऊपर भी आर्थिक रूप से दबाव आता है। इससे छुटकारा पाने के लिए वह छोटे-छोटे काम करके अपना गुजारा चलाती हैं लेकिन इस सब के बावजूद उन्हें घर का बोझ उठाना पड़ता है। शुरुआत में यह उनके लिए आसान नहीं था लेकिन घर के सभी खर्च उठाने के बावजूद भी उनके घर में पति की सुनी जाती है और आज भी उन्हें सब कुछ अपने पति की इजाजत से ही करना पड़ता है।
नशे के आदी पति को तलाक देने के बाद शुरू किया काम
ऐसी ही कहानी सुरभी की है जिसे पहले पति द्वारा नशे में रोज मारपीट करने के बाद उसे तलाक दे दिया गया । 18 साल की उम्र में नशे के आदी के साथ शादी होने के बाद तीन साल के अंतराल में दो बच्चे पैदा हो गए और पति द्वारा छोड़ने के बाद सुरभि ने सेल्स गर्ल का काम शरू किया। जब इससे भी घर का गुज़ारा करना मुश्किल हो गया तो सुरभी ने हस्पताल में cleaning स्टाफ में Night Duty भी की। यह दोनों नौकरियां छूट जाती है और अब सुरभी उसने मसाज स्पा में काम करके अपने बच्चों का पेट पाल रही हैं।
भाई के नशे की आदत से परेशान होकर शुरू किया काम
पंजाब की कुलजीत कौर के माता-पिता का 16 साल की उम्र में निधन हो जाने के बाद उसे रिश्तेदारों के घर पर रुकना पड़ा। अंकल द्वारा जबरन रेप और मना करने पर घर से निकालने की धमकियों से तंग आकर कुलजीत ने ghr छोड़ दिया और शादियों में काम करके अपना गुजारा करने लगी। छोटी बहन पढ़ाई को सपोर्ट करने के लिए उन्होंने कई जगह काम किया लेकिन काम ना मिलने पर बहुत सारे ऐसे काम भी किए जो शायद उसके माता-पिता कभी ना करने देते और भाई के नशे में जिंदगी खराब करने करने की वजह से उन्हें कुछ कठोर फैसले लेने पड़े। उनका कहना है कि हमारे समाज में आज भी पुरुषों को ही कमाने वाले की नजर से देखा जाता है लेकिन जब आपके घर के पुरुष की नशे जैसी बुरी लत में अपनी जिंदगी खराब कर देते हैं तब एक महिला के लिए परिवार की जिम्मेदारियां उठाने आसान नहीं होता है क्योंकि समाज की नजरे भी आपके लिए सही नहीं होती है
भाई के नशे की आदत से मजबूर बहन, माँ, भाभी और भतीजे के लिए कर रही है काम
ऐसे ही प्रीति की कहानी है जो शिक्षा विभाग के सरकारी नौकरी के टेस्ट में असफल रहने के बाद ब्यूटी पार्लर में नौकरी करने लगी। बड़े भाई की और से शादी के बाद नशे में घर का समान बेचने के बाद प्रीति को घर की जिम्मेदारी उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस काम से घर का गुजारा न होने की वजह से और भतीजे की पढ़ाई के खर्चों ने प्रीति को जिंदगी के कुछ कठोर रास्तों पर चलने मजबूर किया। उसने गांव छोड़कर शहर आने का फैसला किया। यहां उसने जिंदगी के कुछ ऐसे पल बिताएं जिनको याद करके उसकी रूह कांप जाती है। मगर प्रीति जज्बा आज भी बरकरार है। माँ, भाभी और भतीजे के सुनहरे भविष्य के लिए समाज के बहुत सारे जुर्म सहकर भी उसका संकल्प दृढ़ है।
यह उन महिलाओं की कहानी है जिन्होंने घर की जिम्मेदारियां को भी संभाला और अपने परिवार के लिए कमाई भी कर रही हैं। उन्हें पता है कि अगर आज वह कमाना छोड़ देती हैं तो उनके घर में खाना नहीं बनेगा या फिर बच्चों की पढ़ाई नहीं होगी। ऐसी महिलाओं को सलाम है जो समाज की बाधाओं को तोड़कर अपने परिवार के लिए वे सब कुछ कर जाती हैं जो कई बार करना आसान भी नहीं होता है। इन महिलाओं के लिए पैसा कमाना एक ऑप्शन नहीं है बल्कि एक जरूरत है और जिसका कई बार लोग फायदा उठाना भी अच्छी तरह से जानते हैं।
नाम अनुरोध पर बदले गए हैं