Is Bollywood Male Dominant: बचपन से ही हम बॉलीवुड फ़िल्में देखते आ रहे हैं। इसके साथ हमारे एक अलग इमोशंस जुड़े हुए हैं क्योंकि बचपन में जब हमारे पास अनलिमिटेड ऑप्शंस नहीं थे तब बॉलीवुड ही हमारे इंटरटेनमेंट के लिमिटेड सोर्सेस में से एक था। क्या आपने कभी इस चीज को ऑब्जर्व किया है कि बॉलीवुड मेल डोमिनेटेड है? अगर नहीं तो आज हम आपके साथ इस विषय पर कुछ पॉइंट्स शेयर करेंगे जिससे आप इस चीज के बारे में जान पाएंगे-
Male Dominance: क्या बॉलीवुड मर्द प्रधान है?
Gender Pay Gap
बॉलीवुड में जेंडर पे गैप एक बड़ा मुद्दा है जिसे बार-बार फीमेल एक्टर्स की तरफ से उठाया जाता है। मूवी में बराबर रोल होने के बावजूद भी एक्ट्रेसस को एक्टर्स के मुकाबले कम पे किया जाता है। बीबीसी 100 वूमेन के दौरान बीबीसी से बातचीत में प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि बॉलीवुड में उन्हें हमेशा पे गैप का सामना करना पड़ा। उनके मुताबिक यह गैप बहुत बड़ा है और उन्हें मेल को-एक्टर की सैलरी का सिर्फ 10% हिस्सा ही मिलेगा। प्रियंका ने यह भी बताया कि उनके 22 साल के करियर के दौरान पहली बार US Spy सीरीज citadel में उन्हें मेल एक्टर के बराबर सैलरी मिली है।
Role
बॉलीवुड में जो फिल्में बनाई जाती हैं उनमें हीरो को ज्यादा बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया जाता है। महिलाओं का करैक्टर इतना भारी नहीं होता जितना कि मर्द का होता है। बहुत सारी फिल्मों में तो ऐसा लगता है कि महिला का रोल सिर्फ मर्द को सपोर्ट करने के लिए है लेकिन असल में उनकी इतनी भूमिका नहीं है।
Sexualise
महिलाओं को अक्सर मूवीस में सेक्शुअलाइज भी किया जाता है। उनके ऊपर आइटम सॉन्ग भी बनाएं जाते हैं या फिर उनके कपड़ों को इतना ज्यादा ग्लैमराइज कर दिया जाता है जिसमें उनका अभिनय कम और बॉडी ज्यादा दिखाई देती है।
Casting couch
बॉलीवुड में रोल पाने के लिए महिलाओं को कास्टिंग काउच का भी सामना करना पड़ता है। इसके लिए बहुत सारी अभिनेत्रियां खुलकर बात भी करती हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री राधिका आप्टे बताती हैं कि उन्हें भी अपने करियर में कास्टिंग काउच को फेस करना पड़ा। उन्हें बताया गया उन्हें मूवी में रोल मिल जाएगा गया अगर वो व्यक्ति के साथ सोने के लिए मान जाती हैं। अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा भी इस बात को मानती हैं कि इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच मौजूद है। इसके साथ विद्या बालन भी कहती हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच आम है। उन्होंने भी अपने करियर में ऐसी घटना का सामना किया है।
Audience
फिल्म इंडस्ट्री में मेल डोमिनेंस के लिए कहीं ना कहीं हमारी ऑडियंस भी जिम्मेदार है। जब फिल्मों में औरतों को ज्यादा सेक्शुअलाइज और ग्लैमराइज करके दिखाया जाता है तब ऑडियंस भी उस चीज को ज्यादा पसंद करती है। तापसी पन्नू ने एक इंटरव्यू में इस बारे में बात की थी उन्होंने कहा था कि जो महिलाओं पर बेस्ड मूवीज होती हैं उन्हें कम बजट में बनाया जाता है। इसमें कहीं ना कहीं ऑडियंस भी जिम्मेदार है। इसके साथ उन्होंने यह बात भी कही थी कि फीमेल एक्टर्स को मेल एक्टर से कम सेलिब्रेट किया जाता है।