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Photograph: (indianexpress)
Is Cooking a Must for Marriage: आज भी कई जगहों पर शादी के लिए लड़की से पहला सवाल किया जाता है - खाना बनाना आता है? ऐसा लगता है जैसे अच्छे रिश्ते की बुनियाद केवल रसोई पर टिकी हो। घर संभालना और खाना बनाना ज़रूरी हुनर हैं, लेकिन क्या ये शादी की प्राथमिक शर्त होनी चाहिए? शादी एक साझेदारी होती है, जहां दोनों को मिलकर जिम्मेदारियां निभानी चाहिए। ज़रूरत है इस सोच को बदलने की, ताकि रिश्ते सिर्फ़ एक के योगदान पर न टिका रहे, बल्कि बराबरी और समझदारी से आगे बढ़ें।
खाना बनाना आता है? शादी करने के लिए क्या ये सबसे ज़रूरी है?
हर परिवार में शादी को लेकर अलग-अलग अपेक्षाएँ होती हैं। कहीं परंपराएं हावी होती हैं, तो कहीं व्यावहारिक सोच को अपनाया जाता है। लेकिन आज के दौर में जब पुरुष और महिलाएं दोनों बाहर काम कर रहे हैं, तो सिर्फ़ महिला पर यह जिम्मेदारी डालना कितना सही है? क्या खाना बनाना केवल एक महिला का कर्तव्य है, या यह एक आवश्यक जीवन कौशल है, जो सभी को आना चाहिए?
समाज की यह अपेक्षा न सिर्फ महिलाओं के लिए एक मानसिक दबाव बन जाती है, बल्कि यह पुरुषों को भी एक सीमित दायरे में बाँध देती है। अगर एक लड़का खाना बनाना सीखता है, तो उसे तारीफ मिलती है, लेकिन अगर लड़की को यह काम न आए, तो उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है।
असल में, शादी के लिए खाना बनाना या घर के काम करना जरूरी नहीं बल्कि आपसी समझ, सम्मान और सहयोग ज्यादा मायने रखता है। रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए यह जरूरी है कि दोनों साथी हर चीज़ को बराबरी से देखें और एक-दूसरे का सहयोग करें। खाना बनाना एक कला है, जो किसी को भी आनी चाहिए चाहे वो महिला हो या पुरुष। जब यह सोच बदलेगी, तब रिश्ते और मजबूत और संतुलित होंगे।