भारत में शादी को बहुत पवित्र माना जाता है। शादी को लोग एक बड़ी धूम-धाम से मनाते इस पर लोग लाखों खर्च कर देते है।जब से घर में लड़की जवान होने लगती है तब से घरवाले उसकी शादी की बात करना शुरू कर देते। बेटा शादी कब कर रही हो? रिश्तेदार शादी के बारे में पूछ कर आपका दिमाग़ खा जाते है।
शादी करना ज़रूरी है?
शादी एक व्यक्तिगत पसंद है। ज़रूरी नहीं है आपको शादी करनी ही है।इसके लिए ज़बरदस्ती करना और प्रेशर डालना ग़लत बात है। शादी एक बहुत प्यारा सा रिश्ता है इसको आप किसी की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ बनायेंगे तो फिर यह रिश्ता प्यार कम तकरार ज़्यादा ज़रूरी है।हर किसी को हक़ है यह चुनने का कि उसने शादी करनी है या नहीं।
30 की उम्र के बाद शादी नहीं होती
हमारे समाज ने यह धारणा है कि 30 की उम्र के बाद शादी नहीं होती है लेकिन यह बिल्कुल ग़लत है शादी के लिए पार्ट्नर चाहिए ना कि उम्र।हर किसी की अपनी मर्ज़ी है उसने कब, किससे और कितनी उम्र में शादी करनी है।आज भी बहुत से लोग समाज में ऐसे हो जो 30 की उम्र तक शादी ना होने पर लोगों का मज़ाक़ उड़ाते है जैसे तुम्हारी अभी तक शादी नहीं हुई?30 की हो गयी हो शादी कब करवाऊँगी?30 के बाद नहीं कोई लड़का नहीं मिलता है। ऐसे लोगों को बस दूसरों की ज़िंदगी में क्या चल रहा है बस यह देखना है।
शादी को करियर से ऊपर रखना
हमारे समाज में आज भी शादी को करियर से ऊपर रखा जाता है।ख़ासकर लड़कियों के मामलों में यह चीज़ ज़्यादा है कि घरवाले बस पढ़ाकर उनकी शादी करना चाहते है। उनके करियर को कभी इतनी अहमियत नहीं दी जाती है। उनके सपनों को सपने नहीं माना जाता है। हमेशा यह कह दिया जाता है कि लड़कियों के क्या ज़रूरत करियर की बस शादी किसी अच्छे, अमीर लड़के से कर ले। क्या लड़की को खुद की पहचान बनाने का हक़ नहीं है?
30 तक तो बच्चे हो जाते है
आज भी बहुत से लोगों की ऐसी सोच है कि 30 की उम्र तक बच्चे हो जाने चाहिए।अगर नहीं हुए बस उसको बातें सुनाना शुरू। ऐसा कोई रूल या नियम नहीं है कि आपको शादी 30 से पहले बच्चे भी करने और शादी है। यह कोई ज़रूरी नहीं है। यह हर किसी की अपनी मर्ज़ी है कि उसे कब शादी करनी है और बच्चे।