President Draupadi Murmu On How She Overcame Depression: डिप्रेशन के बारे में बहुत कम लोग बात करते हैं लेकिन हर व्यक्ति इसके साथ जूझ रहा है। देश की राष्ट्रपति ने भी अब डिप्रेशन पर खुलकर बात की है। मुर्मू ने विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर ऑल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी) द्वारा प्रसारित एक विशेष इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से बातचीत में बताया। डिप्रेशन को स्वीकार करना और उसके बाद इलाज करना हमारे लिए कितना जरूरी है। हम सब डिप्रेशन से जूझ रहे हैं। कोई इसके बारे में बात नहीं करता है। कुछ लोग यह मानते ही नहीं है कि उन्हें कोई मेंटल इलनेस है क्योंकि लोग इसे बीमारी समझते नहीं है।
डिप्रेशन को स्वीकार करना बड़ी बात, राष्ट्रपति ने बताया कैसे उन्होंने इससे की जीत हासिल
राष्ट्रपति ने कहा, "कोई भी व्यक्ति के व्यक्तित्व के नकारात्मक हिस्से के बारे में नहीं सुनना चाहता। मैंने जीवन में बहुत कुछ खोया है और एक समय मैं उदास था। किसी ने योग की सलाह दी और ज़िन्दगी जीना शुरू किया। मैंने भी इससे निपटने के लिए ध्यान करना शुरू कर दिया। डिप्रेशन में रहना ठीक नहीं है। अगर आपका दिमाग निष्क्रिय है तो नकारात्मकता आप पर हावी होने लगती है। मैं व्यक्तिगत रूप से नकारात्मकता से दूर रहने के लिए काम पर समय बिताना चाहती हूं। "।
Madam President poignantly describes how she handled the loss of her loved ones.@rashtrapatibhvn
— Smriti Irani Office (@SmritiIraniOffc) February 15, 2024
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स्वीकार करना क्यों जरूरी
डिप्रेशन को स्वीकार करना बहुत जरूरी है तभी आप इससे राहत पा सकते हैं। अगर आप मानेंगे नहीं कि मुझे कोई समस्या है या मुझे परेशानी हो रही है तब आप कभी भी उसका इलाज नहीं कर सकते हैं। हम में से बहुत लोगों को आदत है कि वह इस बात को स्वीकार ही नहीं करते हैं कि उन्हें कोई मेंटल समस्या है जिस कारण वह ठीक नहीं हो पाते हैं। उल्टा उन्हें ऐसी दवाइयां खानी पड़ती है जिससे उन्हें राहत मिल सके और कुछ पल खुशी से गुजर सके।
खुद के लिए पहला कदम
अगर आप खुद को प्यार करते हैं तो डिप्रेशन को एक्सेप्ट करना आपका पहला कदम हो सकता है। अपने आप को प्यार कीजिए। अगर आपको किसी भी तरह की मानसिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो कभी भी उसे मानने में शर्म मत कीजिए। यह आपकी सेहत के लिए आपका एक अहम कदम है।
मदद लेने के लिए तैयार
जब आप स्वीकार करेंगे और मानेंगे कि मुझे डिप्रेशन है तब ही आप मदद के लिए तैयार हो पाएंगे। उसके लिए जो भी जरूरी आपको मेडिकेशन या सहायता की जरूरत है, उसे लीजिए। इसलिए मदद लेने के लिए भी खुद को भी स्वीकार करना बहुत जरूरी है।