कितनी ही बातें है जो कही और सुनी जाती है। समाज को और किसी चीज की चिंता हो न हो इस बात चिंता जरूर होती है की किसी महिला का जीना मुश्किल कैसे करे और इस काम मे उनका फेवरेट हथियार है " तनों की बौछार करना"। अगर हम उनके खिलाफ बोल दे तो ये लोग तो कैरेक्टर सर्टिफिकेट ही देने लगते हैं।
5 बातें जो अधिकतर महिलाओं को समाज से सुननी पड़ती है -
1 . शादी कब करोगी
दुनिया खत्म हो जाएगी पर दो चीजे कभी खत्म नहीं होने वाली पहली यह रिश्ता क्या कहलाता हैं और दूसरा"शादी कब कर रही हो? खैर मज़ाक एक तरफ पर सच में अब तो यह सुन सुन के आदत सी पर गई है। लोग तो ऐसे चिंता करते है शादी की सारी तैयारी और खर्चे यही लोग करेंगे ।
2. घर के काम सीख लो
चाहे कितना ही आगे बढ़ जाए हम, चाहे कितनी ही वुमन एंपावरमेंट के नारे लगाए , ये बात लोग मनाना ही नही चाहते कि घर संभालना और घर का काम आना सभी के लिए जरूरी है , ये सिर्फ लड़कियों के काम नहीं है। और जो माता पिता अपनी बच्चियों को आगे बढ़ाते है और घर के कामों का बोझ नहीं डालते समाज वाले उन्हें भी नही छोड़ते।
3. ज्यादा पढ़ के क्या करोगी घर ही तो संभालना है
हा आज भी ये बातें सुनी जाती है। भले ही आज हम लड़कियों को बहुत सपोर्ट मिलता है, और समाज हमारी सराहना भी करता है। पर यह भी सच हैं की यह लोग ही यह भी बोलते है ज्यादा पैसे मत खर्चों बेटी है घर ही रहेगी , घर ही संभालेगी । जी नहीं हम लड़कियां घर भी संभालती है और बाहर का काम भी मैनेज करती है।
4. लड़कियों को ऊंची आवाज में नही बोलना चाहिए
बचपन से ही कहा जाता है कि अच्छे घर की लड़कियां और संस्कारी लड़कियां ऊची नही बोलती, जवाब नहीं देती। और अगर किसी महिला ने अपने खिलाफ हो रहे बातों के लिए आवाज उठाती है तो उसे गंदी औरत और बदतमीज लड़की का टाइटल दे दिया जाता हैं
5. कितना भी करले तु लड़का नहीं बन सकती
अरे भाई लड़का बनना किसको है , हम तो लड़की होके ही खुश है । समाज है कुछ लोग जो हमेशा लड़कियों और लड़कों में तुलना करते रहते है। ऐसे लोग हमेशा लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकते है और जब लड़कियां नही रुकती तो ये लग ऐसे ऐसे बातों से हमारा आत्मसम्मान और आत्मविश्वास तोड़ने का कोशिश करते है । पर हम रुकने वाले नही है।
ना ये बातें कभी खत्म होने वाली है, और नाही हम इन बातों से रुकने वाले है। खैर समाज तो हमसे ही हैं और हमे ही खुदमे बदलाव लाना होगा। हमे ना सिर्फ खुद ही आगे बढ़ना होगा बल्कि औरों को भी आगे बढ़ने मेंमदत करना होगा। #वूमेन फॉर वूमेन.