What Others Think About You Is Not Your Problem: महिलाएं इस बात के लिए हमेशा ही चिंतित रहती हैं कि दूसरे उनके बारे में क्या सोचते हैं। इसके कारण वह कभी भी जिंदगी में अपनी मनपसंद चीज नहीं कर पाते हैं। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि जन्म से ही उन्हें ऐसा ही सिखाया जाता है कि उनके ऊपर इज्जत का बोझ थोपा जाता है। उन्हें बताया जाता है कि घर की इज्जत उनके हाथ में है। बचपन से ही बेटियों की परवरिश ऐसे ही की जाती है कि तुम्हें घर की इज्जत का ध्यान रखना है लेकिन ताज्जुब की बात है कि बेटों को कोई बात नहीं बोलता है। अगर वह कुछ ऐसा काम करते हैं जिससे परिवार का सिर झुकता है तब हम कहते हैं कि लड़के ऐसे ही होते हैं। हम उनके हर व्यवहार को नॉर्मल की मान लेते हैं जो कि बिल्कुल गलत है। आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि महिलाओं को इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि दूसरे उनके बारे में क्या सोचते हैं-
दूसरे क्या सोचते हैं, यह आपकी चिंता नहीं
इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि दूसरे के बारे में क्या सोचते हैं। यह आपकी लाइफ है और आप इसे जैसे मर्जी गुजार सकते हैं। आपके पास अधिकार है कि आप अपनी चॉइस के हिसाब से फैसला ले सकते हैं। आपको समाज का प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है। अगर कोई आपके बारे में बुरा सोच भी रहा है तो उससे आपकी लाइफ पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है। यह उनकी सोच है। वह जैसा आपके बारे में सोचते हैं, आप वैसे नहीं बन जाएंगे।
बिना जजमेंट के खुद को व्यक्त करें
अब कुछ महिलाएं जब खुद को व्यक्त करती हैं या अपने अपने लिए स्टैंड लेती हैं तब वो अपने लिए बुरा सोचने लगती हैं। इसके साथ ही खुद को जज करने लग जाती हैं या फिर उन्हें लगता है कि मैं यह गलत कर रही हूं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। अगर आप अपनी पर्सनल ग्रोथ के ऊपर ध्यान दे रही हैं या फिर अपने आप व्यक्त कर रही हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। ऐसा हम सब करते हैं। क्या आपने पुरुषों को ऐसा सोचते हुए देखा है? नहीं, यह सिर्फ महिलाओं के लिए साथ होता है क्योंकि उन्हें कभी खुद के लिए जीना सिखाया ही नहीं जाता है। उन्हें हमेशा बताया जाता है कि कैसे दूसरों के लिए जीना है, कैसे दूसरों की सेहत का ख्याल रखना है और कैसे हमेशा दूसरों को ही खुश रखना है।
एक बार जब आप खुद को व्यक्त करेंगे तो इससे आपके मन को संतुष्टि मिलेगी। इसके साथ ही आपका स्ट्रेस कम होगा और आप अपनी लाइफ को ज्यादा खुशी से जीना शुरु करेंगे। आप ऐसी सोच को भी मुँहतोड़ जवाब दे सकते हैं जिसमें हमेशा महिलाओं को त्याग करना सिखाया जाता है और हमेशा सही होने पर भी झुकने की बात की जाती है। आज भी हमारा समाज पुरष प्रधान है यहां पर हमेशा महिलाओं की नीचा दिखाया जाता है। अगर कोई महिला सही भी है तब भी वो गलत हो जाती है क्योंकि यहां बात पुरषों की इगो पर आ जाती है। वहीं अगर आप खुद के लिए जीना शुरु करते हैं तो इससे आप ऐसी सोच को खत्म करने में योगदान डाल सकती हैं।
अंत में महिलाओं को अपने लिए जीने के लिए किसी की वैलिडेशन की जरूरत नहीं है म। आप अपनी लाइफ को अपने तरीके से जी सकती हैं। इसके लिए कोई भी व्यक्ति आपको कुछ नहीं कह सकता।