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आज भी लोग Body Shaming क्यों करते हैं?

ओपिनियन: लोग आज भी बॉडी शेमिंग करते हैं क्योंकि वे सामाजिक मानकों, आकर्षकता के प्रति भ्रम, और स्वाभाविकता को नकारते हैं। समाज में लोगों के अनुसार, सही आकर्षकता का परिभाषा होता है, जो कई बार निराधारित और अव्यावसायिक होता है।

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Trishala Singh
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Bodyshaming

(Credits: Freepik)

Why Do People Still Body Shame: बॉडी शेमिंग एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो आज भी व्यापक रूप से फैली हुई है। यह लोगों के शरीर के आकार, वजन, रंग, या किसी भी अन्य शारीरिक विशेषता के आधार पर उनका मजाक उड़ाना या उन्हें तुच्छ समझना है। बॉडी शेमिंग के कई कारण हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप प्रभावित व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। 

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आज भी लोग Body Shaming क्यों करते हैं? 

1. समाज में मानक सौंदर्य की धारणाएं

एक प्रमुख कारण यह है कि समाज ने मानक सौंदर्य (Beauty Standards) की कुछ धारणाएं स्थापित कर दी हैं। मीडिया, विज्ञापन और फिल्मों में जो शरीर के आकार और सौंदर्य के आदर्श प्रस्तुत किए जाते हैं, वे अक्सर हक़ीक़त से बहुत दूर होते हैं। इन आदर्शों के कारण लोग अपने और दूसरों के शरीर के बारे में नकारात्मक रवैया विकसित कर लेते हैं। जब कोई व्यक्ति इन मानकों से मेल नहीं खाता, तो उसे बॉडी शेमिंग का शिकार होना पड़ता है।

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2. सांस्कृतिक और पारिवारिक अपेक्षाएं

सांस्कृतिक और पारिवारिक अपेक्षाएं भी बॉडी शेमिंग के कारण हो सकती हैं। कई संस्कृतियों में, विशेष रूप से भारतीय समाज में, पतला और गोरा होना सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। परिवार और रिश्तेदार भी अक्सर बच्चों और युवाओं पर इस प्रकार की अपेक्षाएं थोपते हैं, जिससे वे अपने शरीर को लेकर असुरक्षित महसूस करने लगते हैं। ये अपेक्षाएं उन्हें अपने शरीर के आकार या रंग को लेकर शर्मिंदा करती हैं और वे आत्म-सम्मान में कमी महसूस करते हैं।

3. सामाजिक दबाव और तुलना

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सामाजिक दबाव और तुलना भी बॉडी शेमिंग के प्रमुख कारणों में से एक है। सोशल मीडिया के युग में, लोग लगातार अपने जीवन और शरीर की तुलना दूसरों से करते हैं। इंस्टाग्राम, फेसबुक, और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फिल्टर और फोटोशॉप की गई तस्वीरें देखने के बाद, लोग अपने वास्तविक शरीर को उन अनरियलिस्टिक तस्वीरों से तुलना करते हैं। जब वे अपने शरीर को इन तस्वीरों से मेल खाते नहीं देखते, तो वे असंतोष और शर्मिंदगी महसूस करते हैं।

4. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

बॉडी शेमिंग का मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह आत्म-सम्मान को नष्ट कर सकता है और व्यक्ति को अवसाद, चिंता, और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग बॉडी शेमिंग का शिकार होते हैं, वे अक्सर अपने शरीर को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं और समाज में अपने आप को स्वीकार्य बनाने के लिए अवास्तविक और अस्वास्थ्यकर उपाय अपनाते हैं।

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5. शिक्षा और जागरूकता की कमी

बॉडी शेमिंग को रोकने के लिए शिक्षा और जागरूकता की कमी भी एक बड़ा कारण है। बहुत से लोग इस बात से अनजान होते हैं कि उनके शब्द और क्रियाएं दूसरों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर कितना गहरा असर डाल सकती हैं। इसलिए, स्कूलों, परिवारों और समुदायों में इस विषय पर खुलकर चर्चा और शिक्षा की आवश्यकता है ताकि लोग समझ सकें कि बॉडी शेमिंग कितना हानिकारक हो सकता है। 

बॉडी शेमिंग एक गंभीर सामाजिक समस्या है जिसे तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है। यह लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और समाज में असमानता और भेदभाव को बढ़ावा देता है। हमें अपने समाज को एक ऐसे स्थान में बदलने की दिशा में काम करना चाहिए जहां हर व्यक्ति को उनके शरीर के आकार, वजन, या रंग के बावजूद स्वीकार और सम्मानित किया जाता है। इससे न केवल व्यक्ति की आत्म-सम्मान में वृद्धि होगी, बल्कि समाज भी अधिक समावेशी और स्वस्थ बनेगा।

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