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Independent Women: क्यों आज भी महिला का पुरूष के उपर निर्भर न होना समाज को रास नहीं?

एक महिला जब बिना किसी की मदद से अकेले रहती है तो यह सब बिल्कुल भी आसान नहीं होता है। उसने बहुत सारी लड़ाइयां लड़ी होती है, जिसके बाद वह इस मुकाम पर पहुंचती है। हर महिला इंडिपेंडेंट होने का सपना देखती है लेकिन कुछ ही महिलाएं इसे पूरा कर पाती हैं।

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Rajveer Kaur
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Independent Women

Why Does Not Society Accept Independent Women Even Today:  महिलाओं को हमेशा ही निर्भर बनाया जाता हैं। पहले वो अपने पिता या फिर भाई पर निर्भर होती हैं और शादी के बाद में उन्हें पति के ऊपर निर्भर बना दिया जाता है। हम हमेशा यहीं चाहते हैं कि एक महिला नाजुक और कोमल रहे। उसे हमेशा अपने कामों के लिए पुरुष की सहायता मिले। ऐसा नहीं है कि महिलाएं सब काम कर सकती हैं लेकिन उन्हें दूसरों के ऊपर निर्भर बनाकर रखना बिल्कुल गलत है। हर बात पर महिला को नीचा दिखाने या फिर उन्हें पुरुषों से कम आंकना किसी भी तरीके से सही कंडीशनिंग नहीं है। जो महिलाएं बिना किसी की मदद के अकेले अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं, समाज में आज भी उन महिलाओं को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता है तो चलिए आज इस पर बात करते हैं-

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क्यों आज भी महिला का पुरुष के उपर निर्भर न होना समाज को रास नहीं?

एक महिला जब बिना किसी की मदद से अकेले रहती है तो यह सब बिल्कुल भी आसान नहीं होता है। उसने बहुत सारी लड़ाइयां लड़ी होती है, जिसके बाद वह इस मुकाम पर पहुंचती है। हर महिला इंडिपेंडेंट होने का सपना देखती है लेकिन कुछ ही महिलाएं इसे पूरा कर पाती हैं। इंडिपेंडेंट होने का मतलब यह भी नहीं है कि बिल्कुल ही अपने परिवार को छोड़ देना और अकेले जिंदगी व्यतीत करना है। इंडिपेंडेंट होने का मतलब यह होता है कि उस महिला को किसी भी काम के लिए किसी की परमिशन नहीं पड़ती  जैसे पुरुषों के साथ होता है। वह अपने खर्च खुद उठा सकती है और अपनी ख्वाहिशों पूरा कर सकती है। इसके साथ ही वह अपने फैसले खुद ले सकती है। महिलाओं को सिर्फ इतनी सी आजादी चाहिए जो एक पुरुष को जन्म से ही मिल जाती है लेकिन एक महिला को उसे कमाना पड़ता है।

उसे अपनी वैल्यू लोगों को समझानी पड़ती है। उसे अपने बारे में लोगों के अंदर वह रिस्पेक्ट डालनी पड़ती है कि मैं  इस रिस्पेक्ट की हकदार हूं लेकिन पुरुषों के लिए यह रिस्पेक्ट हमारे अंदर पहले से ही होती है। समाज की कंडीशनिंग ही ऐसी है। अगर कोई महिला समाज में अपने अधिकारों के लिए लड़ रही है, अपने लिए स्टैंड ले रही है और अपने खर्चे खुद उठा रही है तो हमें उसे लड़की के बारे में गलत बातें बनाने, कैरेक्टर पर उंगली उठाने और जज करने कि बजाय, उसका साथ देना चाहिए क्योंकि उसकी जर्नी आसान नहीं है।

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आज अगर वह इंडिपेंडेंट हो भी गई है तब भी उसके  स्ट्रगल्स कम नहीं हुए हैं। आज भी लोग उसे जज करते हैं जैसे अकेली रहती है, रात को उसके घर में लड़के आते हैं, यह लड़कों के साथ ट्रिप पर जाती है और छोटे कपड़े पहनती है आदि। हमें महिलाओं के लिए एक सुरक्षित  माहौल पैदा करना होगा ताकि ज्यादा महिलाएं इंडिपेंडेंस की तरफ बड़े। उन्हें मर्द के सामने उसे झुकना मत पड़। 

Independent Women #Women Society
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