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Women's Choice: महिलाएँ वह चुने जो वह चाहती हैं वह नहीं जो दूसरे उन्से अपेक्षा रखें

महिलाएं कई बार अपनी इच्छाओं को नजरअंदाज कर वह फैसला ले लेते हैं जो दूसरे उनसे अपेक्षा करते हैं लेकिन ऐसा करना उन्हें खुशी नहीं बल्कि निराशा और दुख ही देता है। महिलाओं को वह चुनना चाहिए जो वह करना चाहते हैं जिससे उन्हें खुशी मिले।

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Neha Dixit
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Freepik

Women's Choice (Image Credits: Freepik)

Women Must Choose What They Want Not What Others Expect Them To: महिलाएं समाज में कई भूमिकाओं को निभाने का दबाव महसूस करती हैं। परिवार, समाज और सांस्कृतिक दबाव उन्हें अपनी पसंद को नजरअंदाज करने के लिए मजबूर करते हैं। इससे उन्हें अपने स्वार्थों और स्वप्रेरणाओं को बाधित करने का खतरा होता है। इसलिए, यह जरूरी है कि महिलाएं स्वतंत्रता और स्वाधीनता के साथ अपने सपनों को पूरा करें, बिना किसी भी प्रकार के अनिवार्य दबाव के तहत नहीं।  महिलाओं का यह समझना जरूरी है कि उनकी प्रथम प्राथमिकता कोई और नहीं बल्कि वह खुद होनी चाहिए। उन्हें सर्वप्रथम अपने सपनों इच्छाओं और अपने टैलेंट को ही चुनना चाहिए।

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क्यों जरूरी है अपनी इच्छाओं को चुनना? 

महिलाओं के लिए आवश्यक है कि वह सर्वप्रथम अपनी इच्छाओं को चुने। पहली प्राथमिकता स्वयं को दें। समिति की सोच के अनुसार महिलाओं को वह चुनना चाहिए जो दूसरे उनसे अपेक्षा रखते हैं लेकिन ऐसा करना किसी भी व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत रूप से गलत है। महिलाएं जब वह चुनेगी जो वे सच में अपने मन से करना चाहती हैं तब वह जीवन में सफलता के साथ-साथ खुशी भी प्राप्त करेंगी। व्यक्ति कोई भी कार्य पूरे मन से और दिल से तभी कर सकता है जब उसने वह अपने पूरे दिल से चुना हो उस कार्य को वह सच में करना चाहता हो। किसी व्यक्ति के दबाव में आकर लिए गए फैसले आपको केवल दुख और निराशा ही प्रदान करते हैं।

स्वयं की खुशी के अनुसार लिए गए निर्णय आपको आत्मविश्वास भी देते हैं?

जब महिलाएं अपनी खुशी अपनी इच्छाओं के अनुसार कोई भी निर्णय लेंगे तो इससे उन्हें आत्मविश्वास के साथ-साथ खुशी, आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान का एहसास भी होगा। यदि महिलाओं के किसी निर्णय से किसी दूसरे व्यक्ति को कोई आपत्ति है तो इसका अर्थ यह नहीं की महिलाएं उनकी अपेक्षाओं के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करेंगी। महिलाओं को हर रूप में आत्मनिर्भर होना चाहिए फिर चाहे वह आर्थिक रूप से हो मानसिक या भावनात्मक।

अक्सर महिलाएं अपने प्रिय जनों की जिम्मेदारियां और उनकी इच्छाओं को पूरा करने में अपना जीवन व्यतीत कर देती है और उन्हें अपने लिए वक्त ही नहीं मिलता। महिला जिस खुशी और उत्साह के साथ अपने प्रिय जनों का ख्याल रखती हैं उनकी इच्छाओं को पूरा करते हैं उनकी जिम्मेदारियां को निभाती हैं इस तरह महिलाओं के स्मरण रखना चाहिए कि दूसरों से पहले उन्हें अपने लिए यह सब करना है अपनी जिम्मेदारी उठानी है अपनी इच्छाओं को पूरा करना है, हर वह चीज करनी है जिससे उन्हें खुशी और सुरक्षा का एहसास हो।

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